भोपाल में ₹83 लाख की अवैध शराब जब्त
लोकसभा चुनाव के चलते भोपाल में अब तक 1.71 करोड़ रुपए की अवैध शराब और नकद राशि जब्त की जा चुकी है। इनमें 83 लाख रुपए की शराब और 70 लाख रुपए की नकदी शामिल हैं। वहीं, 7.18 लाख रुपए के नशीले पदार्थ और 9.59 लाख रुपए की बहुमूल्य वस्तुएं भी शामिल हैं।
बता दें कि नॉमिनेशन की प्रोसेस शुरू होते ही शहर के 21 पाइंट और 5 जिलों की 21 सीमाओं पर भी कड़ी चेकिंग शुरू हो गई है। दिन-रात टीमें अवैध शराब या ब्लैक मनी ले जाने वालों पर नजर रख रही है।
कार्रवाई में आबकारी विभाग आगे
अब तक हुई कार्रवाई में आबकारी विभाग सबसे आगे हैं। अकेले इस विभाग ने ही कुल 83 में से 45 लाख रुपए से ज्यादा की शराब जब्त की है। बाकी शराब पुलिस और एफएसटी-एसएसटी टीमों ने जब्त की। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया, आचार संहिता तक यह कार्रवाई जारी रहेगी।
भोपाल में आबकारी विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। आचार संहिता लागू होने से अब तक कुल 83 लाख रुपए की शराब जब्त की जा चुकी है।
50 हजार या इससे अधिक नकदी लेकर चलने वालों पर नजर
बता दें कि 50 हजार रुपए या उससे अधिक नकदी लेकर चलने वालों पर टीमों की नजर है। इसके चलते ही अब तक 70 लाख रुपए जब्त किए जा चुके हैं। सबूत देने पर ज्यादातर राशि लौटा भी दी गई। ऐसे में अगर आपके पास नकदी का हिसाब-किताब नहीं है, तो टीम उसे जब्त कर लेगी। इसके बाद नोटिस के जवाब में संबंधित को तय समय सीमा में हिसाब-किताब देना होगा। यानी यह पैसा कहां से आया और कहां ले जाया जा रहा था। उस पैसे का सोर्स सबूतों के साथ बताना जरूरी होगा।
सोना और चांदी के जेवर भी बिल के साथ रखना होगा। कलेक्टर सिंह ने बताया, बैंक के पैसे का निराकरण मौके पर ही करने के निर्देश दिए गए हैं। बैंक या उससे जुड़े लोगों को बिना वजह नहीं रोकने को कहा गया है।
इसलिए कार्रवाई
भोपाल में 12 से 19 अप्रैल के बीच नॉमिनेशन और फिर 22 अप्रैल तक नाम वापसी रही। नॉमिनेशन के साथ ही टीमें भी एक्टिव मोड में आ गई। अब भोपाल से जुड़े 5 जिले रायसेन, विदिशा, सीहोर, राजगढ़ और गुना जिलों की 19 सीमाओं पर भी टीमें तैनात की गई हैं। बता दें कि चुनाव के दौरान बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी का उपयोग होने की आशंका रहती है। इस कारण इस दौरान नकदी पर ज्यादा नजर रखी जा रही है।
अफसरों का कहना है कि चुनाव आयोग द्वारा लोगों को नकदी ले जाने या रखने से रोका नहीं गया है, उन्हें बस चैकिंग करने उसकी पूरी जानकारी उपलब्ध करना होता है। इससे जहां रुपयों के सोर्स का पता चलता है, वहीं राशि कहां खर्च होने वाली है, उसकी जानकारी भी मिलती है।
6 शहरी और 13 ग्रामीण सीमाएं
भोपाल से 5 जिलों की 19 सीमाएं लगती हैं। इनमें 6 सीमाएं शहरी क्षेत्र में हैं, जबकि 13 ग्रामीण क्षेत्रों में लगती हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान इन सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था और चेकिंग की जा रही है।
शहर से ये सीमाएं जुड़ी
- टोल नाके के पास बायपास तिराहा
- हिनोतिया बीएसएफ रोड
- फंदा टोल नाका खजूरी सड़क
- गोल जोड़
- रातीबड़ चौराहा
- 11 मील चौराहा मिसरोद
ग्रामीण क्षेत्रों में ये सीमाएं
- परवलिया सड़क थाने के सामने
- सोराहा से आगे बैरसिया
- विदिशा रोड बैरसिया
- रामपुर बालाचोन
- जूना पानी
- कलारा
- ग्राम उनिदा
- सूरजपुरा जोड़
- पार्वती पुल मेंगरा नवीन
- बीलखों
- डय्यन
- बिलखिरिया पेट्रोल पंप के सामने
- ग्राम देहरी
सबसे ज्यादा 11 सीमाएं बैरसिया में
सबसे ज्यादा 11 सीमाएं बैरसिया विधानसभा में बनाई गई हैं। इसके बाद हुजूर में 5 सीमाएं हैं। नरेला में भी 3 सीमाएं हैं। इस तरह 3 विधानसभाओं में ही 19 सीमा चौकियां बनाई गई हैं। गोविंदपुरा, भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य और भोपाल दक्षिण-पश्चिम में कोई सीमाएं नहीं हैं। ये विधानसभा शहर के अंदर ही है। सीहोर विधानसभा में भी करीब 5 सीमाएं बनी हैं।