क्या सिरोंज प्रशासन बजाएगा सटोरिए राजा का बाजा?
लेखक वजाहत खान।
राजधानी से कुछ ही किलोमीटर दूर सिरोंज में सटोरियों से बीजेपी नेता बन बैठा राजा कुरैशी ने एक शरीफ परिवार को इतना परेशान कर रखा है कि वह परिवार अब आत्महत्या करने के बारे में सोचने लगा है। तो आइए जानते हैं कि एक सटोरिए किराएदार ने मकान मालिक के मकान पर कब्जा कैसे किया।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक आज से 5 साल पहले सिरोंज के अंसार अहमद ने अपने घर में एक परिवार को किराए से रहने को कमरा दिया था। इसके साथ ही अंसार अहमद ने परिवार पर तरस खाकर घर के दो सदस्यों को अपने यहां नौकरी भी दी कुछ समय तो सब ठीक चलता रहा लेकिन कुछ समय बाद किराएदार मकान मालिक के मकान हड़पने के लिए षड्यंत्र रचने लगे। अंसार अहमद ने यह नहीं सोचा होगा की जिस राजा कुरैशी के मां-बाप को अंसार अहमद ने अपने घर में रखा अपने यहां नौकरी दी आज उन्हीं किराएदार का बेटा उन्हीं बच्चों का हक खा जाएगा। काश अंसार अहमद यह सोच लेते कि जिस सांपों को वह दूध पिला रहा है एक दिन वे उन्हीं को डसेगा तो आज ही नौबत नहीं आती। ना ही उनका परिवार हक के लिए यहां वहां ठोकरे खा रहा होता।
81 साल के अंसार अहमद…
अंसार अहमद जो कि रिटायर्ड आर आई हैं, जो अपने पिता की संपत्ति के असली हकदार है। लेकिन पार्षद पति सटोरी राजा कुरैशी ने एक बुजुर्ग को सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर कर रखा है। अपने हक और इंसाफ के लिए अंसार अहमद 81 साल की उम्र में भी सरकारी कार्यालयों में शासन से इंसाफ की गुहार लगाने जाते हैं पर सत्ताधारी पार्टी से जुड़े होने के कारण राजा कुरेशी पर शासन कोई कार्यवाही नहीं करता है।
पत्नी बनी पार्षद, सटोरी में आई पावर
सटोरी राजा कुरैशी की पत्नी सिरोंज से भाजपा पार्षद है। पत्नी के पार्षद बनने के बाद राजा कुरैशी कई बड़े नेता और अधिकारियों के करीब पहुंचा, जिसके कारण उस पर कार्रवाई करने से पहले पुलिस भी 10 बार सोचती है क्योंकि सटोरी के सर पर बड़े नेताओं का हाथ है।
सीएम से इंसाफ की गुहार
अंसार अहमद एवं उनके परिवार द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इंसाफ की गुहार लगाई गई है। अब देखते हैं जननायक और अपराधियों की कमर तोडऩे वाले बुलडोजर मामा दिला पाएंगे एक परिवार उसका हक ?
राजा कुरैशी का निकल चुका है जुलूस
सूत्रों के अनुसार सटोरिए राजा कुरैशी का कुछ साल पहले पुलिस द्वारा जुलूस निकाला गया था, उस वक्त वे नेतागिरी में नहीं आया था। क्या भाजपा एक वाशिंग मशीन है इसमें कोई भी अपराधी जाता है और साफ होकर आ जाता है फिर उस पर कोई कार्यवाही नहीं होती है।
इंसानियत से उठा भरोसा
अंसार अहमद कहते हैं कि उनका इंसानियत से भरोसा ही उठ गया है क्योंकि मेनेें राजा कुरैशी एवं उसके माता-पिता को अपने घर में रखा नौकरी भी दी कभी भी भेदभाव नहीं किया जो हम खाते वे उन्हें खिलाते पर ईन एहसानों का बदला मुझे यूं मिलेगा मैंने यह सोचा ना था। राजा कुरैशी ने मेरे ही मकान पर कब्जा कर मेरा वह मेरे भाई बहनों का हक छीन लिया आज भी उस मकान में जुआ सट्टा खुलेआम चल वाता है और पुलिस सिर्फ तमाशा देखती है।
अगले अंक में जानिए कि कैसे सटोरी राजा कुरैशी बना करोड़पति…