मध्यप्रदेश में 10 से 12 सांसदों के टिकट कटेंगे
भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व हर चुनाव में चौंकाने वाले प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगा रहा है। पार्टी ने राज्यसभा की चारों सीट पर भी नए नाम तय करके चौंका दिया है अब लोकसभा की 29 में से आधी से ज्यादा सीटों पर जहां मैं चेहरों को उतारा जाएगा वहीं भाजपा की मौजूदा 23 सीटों में से 10 से 12 सांसदों के नाम पर कैंची चलाना लगभग है। इनमें भोपाल, धार, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर के सांसदों के नाम भी बताए जा रहे हैं।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए पूरी तैयारी कर ली है। जिसमें प्रत्याशियों के नाम भी लगभग तय है। 2019 के चुनाव में भाजपा में मध्य प्रदेश में 29 में से 28 सीटें जीती। इनमें से पांच सांसद विधायक बन चुके हैं। ऐसे में भाजपा के 23 सांसद बचे हैं। विधायक बनने से खाली हुई लोकसभा सीट मुरैना, होशंगाबाद, जबलपुर, सीधी और दमोह से नए चेहरों को उतारा जाएगा। गुना सीट से सिंधिया चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे में केपी यादव के टिकट पर भी खतरा है। हालांकि सिंधिया के पास ग्वालियर से चुनाव लड़ने का विकल्प है।
सतना से गणेश सिंह, रीवा से जनार्दन मिश्रा, मंडला से फग्गन सिंह कुलस,ते बालाघाट से लाल सिंह बिसेन, विदिशा से रमाकांत भार्गव, भोपाल से प्रज्ञा सिंह, राजगढ़ से रोडमल नागर, उज्जैन से अनिल फिरोजिया, धार से छतर सिंह, इंदौर से शंकर लालवानी ग्वालियर से विवेक शेजवलकर, सागर से राज बहादुर सिंह, टिकमगढ़ से वीरेंद्र खटीक का टिकट कट सकता है।