भोपाल के गैस राहत अस्पतालों में सेवा देंगे 15 डॉक्टर्स
भोपाल के गैस राहत अस्पतालों में 15 डॉक्टर्स सेवाएं देंगे। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इन डॉक्टर्स को 2 साल की प्रतिनियुक्ति अवधि के लिए अस्पतालों में पदस्थ किया है। इससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
डॉक्टर्स में एक मेडिकल विशेषज्ञ, एक सर्जिकल विशेषज्ञ, एक अस्थि रोग विशेषज्ञ, एक स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक निश्चेतना विशेषज्ञ और 10 चिकित्सा अधिकारी हैं। उधर जीएमसी में नौ पीजी सीटों को मंजूरी दी गई है।
यहां पदस्थ्य किए गए डॉक्टर्स इन 15 डॉक्टर्स में से मेडिकल विशेषज्ञ ने जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में, सर्जिकल विशेषज्ञ एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ ने जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में कार्यभार संभाल लिया। कमला नेहरू अस्पताल में दो चिकित्सा अधिकारियों ने ज्वाइन किया। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल, शाकिर अली खान अस्पताल एवं रसूल अहमद सिद्धिकी पल्मोनरी मेडिसिन सेंटर में एक-एक चिकित्सा अधिकारी ने भी कार्यभार ग्रहण कर लिया।
डॉक्टर्स के लिए लिखा था पत्र बता दें कि गैस राहत अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं चिकित्सा अधिकारियों की पदपूर्ति करने के लिए भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग ने लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्ति पर चिकित्सकों की सेवाएं लेने का मांग पत्र भेजा था। स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापना की मांग मानकर 15 डॉक्टर्स की गैस राहत अस्पतालों में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं देने के आदेश जारी कर दिए हैं।
जीएमसी में पीजी की नौ सीटों को मंजूरी
उधर राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) नई दिल्ली द्वारा गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय, भोपाल के एनाटॉमी विभाग में 9 अतिरिक्त स्नातकोत्तर (पी.जी.) सीटों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस वृद्धि के साथ पीजी सीटों की संख्या 2 से बढ़कर 11 हो गई है। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने डीन जीएमसी डॉ कविता सिंह एवं गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय की पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। विशेषज्ञों की संख्या में वृद्धि से राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को और सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।