शुभम सुसाइड केस: एक ही परिवार के 12 पर FIR
खंडवा में चार दिन पहले एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी थी। सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने इस केस में एक ही परिवार के 12 लोगों को आरोपी बनाया है। वे युवक को बीते दो साल से परेशान कर रहे थे। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। मृतक के परिवार वाले घटना वाले दिन से आरोपियों पर कार्रवाई की मांग रहे थे।
घटना 12 अक्टूबर की दोपहर 4 बजे की है। पंधाना थाना क्षेत्र के ग्राम बगमार में रेलवे ट्रैक किनारे एक युवक का शव मिला था। जिसकी पहचान गांव के ही शुभम पिता विजय हिरवे (25) के रूप में हुई थी। घटनास्थल पर पहुंचे शुभम के परिजन ने मोहल्ले में रहने वाले मोहे परिवार पर हत्या के आरोप लगाए। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मृतक का सुसाइड नोट बरामद हुआ। उसने मोहे परिवार के 12 लोगों पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया।
मां-बहन दिखती तो उन पर कमेंट करते, मुझे धमकाया
शुभम हिरवे ने सुसाइड नोट में आरोपी मोहे परिवार की प्रताड़ना का जिक्र करते लिखा कि शरद सोलंकी और विकास पटेल आए दिन मोहल्ले में घर के सामने खड़े हो जाते है। मां और बहन को लेकर कमेंट करते थे। मैंने विकास से कहा तो उसने मेरे साथ झगड़ा किया। पुलिस चौकी पर छेड़छाड़ की शिकायत करने के बाद भी वो लोग हरकत से बाज नहीं आए।
मोहे परिवार के पंकज, प्रीतम, जयराम, छोटू, नीरज, अमन, दुर्गेश, आर्यन, राहुल, देवराम, इंदर और सुजल ने गणगौर पर्व के समय मेरे पिता से मारपीट की। इस दौरान मैं घर पर नहीं था। इसके बाद इन्होंने 11 अक्टूबर (सुसाइड से एक दिन पहले) को दुर्गा विसर्जन जुलूस में डीजे पर नाचने के दौरान विवाद किया। मुझसे बार-बार विवाद कर रहे थे। पंकज और आर्यन हाथ में चाकू लेकर नाच रहे थे।
नाचते-नाचते यह लोग मेरे ऊपर टूट पड़े और पंकज और जयराम ने मुझे मारने के लिए तलवार निकाली। देवराम, राहुल ने मेरे पिता के साथ गाली-गलौज कर मारपीट की। ये सभी लोग काफी दिनों से मुझे सता रहे थे। आए दिन रास्ता रोककर धमकाते, गालियां देते और मां-बहन पर कमेंट करते थे। मेरी मौत का कारण यह सभी लोग है।
गैंगमैन को ट्रैक पर मिला सुसाइड नोट और मोबाइल
बाेरगांव चौकी प्रभारी रामप्रकाश यादव का कहना है कि, मृतक शुभम का शव रेलवे ट्रैक पर मिला था। उसने ट़्रेन के सामने कूदकर जान दी थी। गैंगमैन को सुसाइड नोट और क्षतिग्रस्त मोबाइल भी रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला था। मर्ग जांच और सुसाइड नोट के आधार पर 12 लोगों को आरोपी बनाया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
उन लोगों ने रास्ते पर मकान बनाया, हमने आपत्ति ली
शुभम के पिता विजय हिरवे का कहना है कि मोहे परिवार ने सरकारी रास्ते की जमीन पर मकान बना लिया हैं। रास्ता इतना सकरा हो गया कि बैलगाड़ी नहीं निकल पाती हैं। हमने अतिक्रमण को लेकर आपत्ति ली तो उन लोगों ने धमकाया। उनका परिवार काफी बड़ा है, गुंडागर्दी करना और कच्ची शराब बेचना ही उनका व्यवसाय हैं। हमारे परिवार को परेशान करके रख दिया। बेटा शुभम खंंडवा में डीजे साउंड की दुकान पर काम करने जाता था। ये लोग उसे रास्ते में रोक लेते थे। बाइक के सामने बाइक अड़ा देते तो मारने की धमकी देते थे। दुर्गा विसर्जन के जुलूस में इन लोगों ने बेटे के साथ मारपीट की। वो इतना परेशान हो गया है रेलवे ट्रैक पर जाकर ट्रेन के सामने कूद गया। शुभम मेरा सबसे बड़ा बेटा था। उसे न्याय मिलना चाहिए, आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।