राजस्थान में हत्या, मोबाइल 380KM दूर हरियाणा में फेंका
हरियाणा के करनाल की 19 साल की लड़की का जयपुर में किया गया कत्ल पूरी प्लानिंग और सोची-समझी साजिश का हिस्सा था। इस प्लानिंग के तहत लड़की की सहेली उसे खाटू श्याम के दर्शन के बहाने जयपुर ले गई। वहां सहेली के दोस्त ने लड़की को बहाने से नशीली चीज खिला दी और फिर तकिए से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर डाली।
यही नहीं, इसके बाद सहेली और उसके दोस्त ने लड़की की लाश को वहीं सड़क पर फेंक दिया। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए उन दोनों ने लड़की का मोबाइल फोन जयपुर से 380 किमी दूर करनाल लाकर यहां कर्ण लेक में फेंक दिया। हालांकि जयपुर पुलिस ने डेडबॉडी के गले से पड़े लॉकेट से मिले सुराग के बाद कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए पूरी वारदात सुलझा ली। इसके बाद खुलासा हुआ कि कुरूक्षेत्र की प्रियंका उर्फ कंचन ने अपने दोस्त जयवीर के साथ यह कत्ल किया।
जयपुर पुलिस ने 12 अक्टूबर को युवती का शव बरामद किया था। मृतका के चेहरे पर ‘राधे राधे’ लिखा हुआ था। उसने गले में लॉकेट पहना हुआ था। इसके बाद पुलिस ने खाटू शहर में लगे सीसीटीवी को खंगालकर आरोपियों की पहचान की। जिसके बाद आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में आरोपियों ने दावा किया कि युवती देह व्यापार छोड़ना चाहती थी। लेकिन, जयपाल और कंचन को अपनी बदनामी का डर था कि कहीं वह ये बात किसी और को न बता दे। इसलिए वो उसे मंदिर में दर्शन कराने के बहाने ले आए और फिर उसकी हत्या कर दी।
हालांकि परिवार का कहना है कि युवती एक सोशल मीडिया चैनल में काम करती थी। वह ऐसा कोई गलत काम नहीं करती थी।
ऐसे पहुंची आरोपियों तक पुलिस
लॉकेट से सुलझी हत्या की गुत्थी राजस्थान पुलिस के DCP अमित बुड़ानिया, ACP अशोक चौहान, SHO प्रदीप शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के आस-पास काफी अंधेरा था और सीसीटीवी कैमरे भी कम थे। लेकिन, मृतका के गले में जय श्री श्याम लिखा एक लॉकेट मिला और उसके चहरे पर भी चंदन से राधे-राधे लिखा था। इस पर पुलिस ने आस-पास के तीर्थ स्थलों पर ऐसे लोगों से जानकारी जुटाई, जहां इस तरह के लॉकेट बिकते थे और इस तरह लिखा जाता था।
4 दिन तक लगातार सीसीटीवी कैमरे खंगाले
खाटू श्याम जी मंदिर परिसर के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। यहां काफी भीड़ रहती है, इसलिए सीसीटीवी में मृतक लड़की की पहचान करना काफी मुश्किल था। लेकिन, पुलिस की टीम लगातार 4 दिन तक सीसीटीवी खंगालती रही और आखिरकार मृतक की फुटेज मिल गई। जिस कार में वो आए थे, उसके बारे में जानकारी जुटाई गई। इसके बाद टीमें हरियाणा भेजी गईं।
कर्ण लेक पर फेंका था मोबाइल आरोपियों को करनाल लेकर पहुंचे जयपुर पुलिस के जांच अधिकारी भरत ने बताया कि हत्या करने के बाद उन्होंने मृतका के मोबाइल को कर्ण लेक पर फेंक दिया था ताकि उन तक पुलिस न पहुंच सके। आरोपी युवक जयपाल जो शादीशुदा है और उसकी महिला साथी प्रियंका उर्फ कंचन, दोनों ही इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। इन्होंने ही कर्ण लेक से मृतका का मोबाइल बरामद करवाया है।
आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग पुलिस ने आरोपियों के बयान के आधार पर उस फोन को बरामद कर लिया है। लड़की के परिवार को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि उनकी बेटी के साथ ऐसा कुछ हो जाएगा। परिवार की मानें तो उनकी बेटी को किसी बहाने से ले जाया गया और साजिश के तहत उसकी हत्या कर दी गई। परिवार ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजनों ने बताया कि बेटी एक सोशल मीडिया चैनल में काम करती थी।