पिता लापता हुए तो रिश्तेदारों ने फैक्ट्री पर कब्जा किया
मुरैना एसपी की मंगलवार को हुई जनसुनवाई में एक युवक पहुंचा, उसने बताया कि मेरे पिता पिछले 9 साल से लापता हैं। एक फैक्ट्री में उनका हिस्सा था, लेकिन जब पापा गायब हो गए तो रिश्तेदारों ने पूरी फैक्ट्री को हड़प लिया है। इस संबंध में सिविल लाइन थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ रही है।
फरियादी नितिन यादव पिता नेत्रपाल सिंह यादव, अपनी मां मनोज यादव के साथ पहुंचा था। उसने एसपी समीर सौरभ को आवेदन देकर बताया कि 2015 से उसके पिता गायब हैं। उनकी शिकारपुर गांव में वासुदेव बायोफ्यूल नाम की एक फैक्ट्री थी, जिसके नाम से सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया की मुरैना शहर की ब्रांच में उनका खाता भी है, जिसमें वे रुपए जमा करते रहते थे। उनके पिता के गायब होने के बाद उनके चाचा, उनके बच्चों और दादी ने उस फैक्ट्री की मशीनों को हड़प लिया है। उन्होंने फर्जी कागज बनवाकर पूरी फैक्ट्री भी अपने नाम करवा ली।
पीड़ित बोला- चाचा ने दूसरी फैक्ट्री तैयार करवा ली
नितिन ने एसपी को बताया कि मेरे पिता की फैक्ट्री से हड़पे माल को बेचकर चाचा ने दूसरी फैक्ट्री तैयार कर ली है, जिसका नाम श्री राम बायो फ्यूल है। बैंक खातों से भी उन्होंने पूरे जमा पूंजी निकाल ली है। नितिन की मां ने कहा कि अगस्त माह में आरोपियों के खिलाफ जालसाजी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। इस संबंध में सिविल लाइन पुलिस का कहना है कि दस्तावेजों की जांच पेंडिंग है, इसके लिए कोर्ट ने आदेश दिए हैं।