घर-घर मने राष्ट्र पर्व – कंठ कंठ से गूंजे राष्ट्र वंदना
अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी समाज ने एक अनूठी पहल करते हुए हमारे राष्ट्रीय पर्वों को पारंपरिक दिवाली – दशहरे के त्यौहार जैसा मनाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने सभी समाज बंधुओं से गणतंत्र दिवस पर हर घर पर तिरंगा लगाने तथा राष्ट्रगान गाने का अनुरोध किया है।
श्री अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष मनीष बिसानी एवं क्षेत्र से अखिल भारतीय सदस्य रामस्वरूप मूंदड़ा ने बताया कि हम 1947 में मिली आजादी तथा 1950 को मिले संविधान का उत्सव उस धूमधाम से नहीं मनाते जिस तरह हम अपने परंपरागत त्यौहार मनाते हैं। इस विरोधाभास को दूर करने के लिए अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी समाज ने एक अभियान की शुरुआत की है जिसके अंतर्गत समाज के हर परिवार में यह संदेश भेजा जा रहा है कि गणतंत्र दिवस को परंपरागत उत्सव के स्वरूप में मनाएं।
मंत्री मनीष जाखेटिया ने कहा कि घर घर पर झंडा वंदन हो एवं राष्ट्रगीत तथा राष्ट्रगान का सस्वर गान किया जाए। इस दिन जैसे अन्य त्यौहारों के निमित्त मीठा – नमकीन बनाने की जो परंपरा हमारे घरों में है उसका भी पालन इस त्यौहार पर किया जाना चाहिए। हम अपने त्यौहार जो बरसों बरस से मनाए जा रहे हैं उनको तो बड़े ही उत्साह से मनाते हैं लेकिन देश के इन महत्वपूर्ण उत्सवों पर हम साधारणतया छुट्टी का दिन समझ अन्यत्र उपयोग करते हैं। इस परिपाटी को बदलने का समय आ गया है। अतः अन्नपूर्णा क्षेत्र माहेश्वरी समाज संपूर्ण माहेश्वरी समाज के घरों में विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों से गणतंत्र दिवस को हमारे पारंपरिक त्योहार के रूप में मनाने का आग्रह करेगा।
गणतंत्र दिवस पर होंगे कई आयोजन
संस्था 26 जनवरी को मल्हारी मार्तण्ड मंदिर, उषा नगर पर गणतंत्र दिवस पर झंडावंदन करेगी ही राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत स्लोगन प्रतियोगिता गायन प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा।