नर्सिंग परीक्षा परिणामों में देरी पर NSUI का विरोध
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने नर्सिंग परीक्षा परिणामों में देरी पर सवाल खड़े किए हैं। NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने सोमवार मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर नर्सिंग के प्रथम एवं तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित करने की मांग की है।
बता दें, नर्सिंग घोटाले और विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते 2020-21 सत्र की बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग और पोस्ट बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष की परीक्षाएं चार साल बाद मई 2024 में आयोजित की गई थीं। इसके अलावा 2019-20 सत्र की बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की परीक्षा भी काफी समय बाद मई 2024 में हुई थी।
रवि परमार ने बताया कि, परीक्षाएं खत्म हुए 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अब तक रिजल्ट घोषित नहीं किए गए हैं। इससे विद्यार्थियों को मानसिक तनाव और शैक्षणिक असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस देरी का सीधा असर विद्यार्थियों की आगामी परीक्षाओं और कक्षाओं पर पड़ रहा है। विश्वविद्यालय के नर्सिंग परीक्षा कैलेंडर के अनुसार, नवंबर 2024 में 2020-21 सत्र के द्वितीय वर्ष और 2019-20 सत्र के चतुर्थ वर्ष की परीक्षाएं होनी थीं, लेकिन परिणामों की घोषणा न होने के कारण अगली परीक्षाएं भी प्रभावित हो रही हैं।
परमार ने बताया कि बीएससी नर्सिंग का कोर्स 4 साल का होता है। वहीं एमएससी नर्सिंग और पोस्ट बीएससी नर्सिंग का कोर्स 2 साल का है, लेकिन 4 साल से ज्यादा हो गए अभी तक फर्स्ट ईयर का रिजल्ट भी नहीं आया। छात्रों से फीस समय पर ली जाती हैं, लेकिन परीक्षा और रिजल्ट के लिए 4-4 साल इंतजार करना पड़ता है। रवि परमार ने चेतावनी दी है कि, यदि विश्वविद्यालय प्रशासन शीघ्र ही परिणाम घोषित नहीं करता है तो NSUI नर्सिंग छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगी।