Republic Day 2022: सीएम शिवराज ने इंदौर में फहराया तिरंगा, पढ़िए पूरा संबोधन
इंदौर के नेहरू स्टेडियम में 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ध्वजारोहण किया और रस्मी परेड की सलामी ली। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यह अमृत महोत्सव और गणतंत्र दिवस का आज अद्भुत और अविस्मरणीय संगम है। हमने 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस जी का जन्मदिन मनाया है। अब गणतंत्र दिवस का पर्व 23 जनवरी से 26 जनवरी तक मनाया जाएगा। मैं नेताजी के चरणों में नमन करता हूं। हमें आजादी चांदी की तश्तरी में नहीं मिली बल्कि इसके लिए हजारों क्रांतिकारियों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया है। एक तरफ पूज्य बापू जी के नेतृत्व में अहिंसक आंदोलन चला था तो दूसरी तरफ क्रांतिकारियों ने अपने रक्त की अंतिम बूंद से भारत माता की पवित्र माटी को रंगा था।
सीएम शिवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को को धन्यवाद, उन्होंने अमर शहीद क्रांतिकारियों की सही गाथा न केवल देश के सामने रखी बल्कि उनकी स्मृति बनी रहे और प्रेरणा देते रहें इसलिए देश में अनेक स्मारकों का निर्माण हुआ। मुझे प्रसन्नता है कि इंडिया गेट पर अब नेताजी बोस की भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी।
सीएम शिवराज ने कहा कि आज का दिन डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चरणों में शीष नवाने का दिन है, जिन्होंने भारतीय संविधान के एक-एक अनुच्छेद को अपनी प्रखर प्रतिभा से अभिसिंचित किया है। आज का दिन संविधान सभा की प्रारूप समिति के सभी सदस्यों के प्रति कृतज्ञ और नतमस्तक हो जाने का दिन है। संविधान सभा के अध्यक्ष एवं भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद ने कहा था- ‘संविधान निर्जीव वस्तु है। मनुष्य उसमें जान डालता है। इसलिए संविधान बन जाने के बाद आवश्यकता इस बात की है कि इसके संचालन में सच्चे देश सेवक निकलें व नि:स्वार्थ भाव से देशहित व लोकहित के काम में लाएं।
देश के जन-जन के हृदय में बसने वाले हमारे विजनरी प्रधानमंत्री ने कोविड की संभावित चुनौती प्रारंभ में ही भांप ली थी। दो वर्ष पूर्व जब पूरे विश्व पर कोरोना संकट के चलते भय, आशंका और निराशा के बादल छाए थे, तब उन्होंने भारत में ही वैक्सीन विकसित करने के लिए टास्क फोर्स गठित की थी। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में दिनांक 16 जनवरी, 2021 से विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान प्रारंभ हुआ। अब तक पूरे देश में टीके के 162 करोड़ से अधिक डोज लगाए जा चुके हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की असाधारण दूरदर्शिता का ही परिणाम है।
टीकाकरण से मिले सुरक्षा कवच के परिणाम स्वरूप कोविड की तीसरी लहर में संक्रमण कम घातक हो गया है। प्रधानमंत्री ने विश्व को कोविड से जंग में सबसे कारगर हथियार के रूप में मंगल टीके का अनमोल उपहार दिया, जो आज सभी के प्राणों की रक्षा कर रहा है। उन्हें कोटिशः धन्यवाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि- ‘लोकतंत्र में जनता, सरकार की सबसे बड़ी ताकत है। जनता का साथ, सरकार के संकल्प को सिद्धि में बदल देता है।’ प्रधानमंत्री जी ने जन-शक्ति को ही राष्ट्र शक्ति के रूप में देखा और ‘सबका साथ सबका विकास-सबका विश्वास – सबका प्रयास।’ मंत्र दिया।
नीतियों के निर्माण में जनता की भागीदारी, निर्णय लेने और उनके क्रियान्वयन में जनता की भागीदारी तथा कार्यों की मॉनिटरिंग में जनता की भागीदारी सुनिश्चित कर हमने ‘जनता का, जनता के द्वारा और जनता के लिए शासन’ की उक्ति को मध्य प्रदेश में चरितार्थ करके दिखाया है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सभी पात्र नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन लगाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। प्रदेश में जनता के सहयोग से वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से हो रहा है। अब तक प्रथम डोज कवरेज 97 प्रतिशत से अधिक और द्वितीय डोज कवरेज 93 प्रतिशत से अधिक हो चुका है।
मध्य प्रदेश को समृद्ध, विकसित और आत्म-निर्भर बनाने का बीड़ा मध्य प्रदेश ने उठाया है। आत्म निर्भर मध्य प्रदेश के 4 स्तंभों- भौतिक अधोसंरचना, सुशासन,शिक्षा एवं स्वास्थ्य तथा अर्थ-व्यवस्था एवं रोजगार के लक्ष्यों को समय सीमा में प्राप्त करने के लिए टीम-मध्य प्रदेश मिशन मोड में कार्य कर रही है। मध्य प्रदेश अब ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म निर्भर मध्य प्रदेश है। वर्ष 2004 में मध्य प्रदेश में बिजली की उपलब्धता 5 हजार 173 मेगावाट थी, जो सरकार के प्रयासों से चार गुना से भी अधिक बढ़कर 21 हजार 451 मेगावाट हो गई है।
देश की कुल जैविक खेती का 40% एमपी में
सीएम शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश सिंचाई क्षेत्र निरंतर बढ़ रहा है। अब तक 43 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता निर्मित हो चुकी है और इसे 65 लाख हेक्टेयर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। सिंचाई क्षमता का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने सिंचाई प्रबंधन में किसानों की भागीदारी को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर तक नल का शुद्ध जल पहुंचाने का सपना साकार हो रहा है। अब तक 4 हजार 883 करोड़ रुपए की लागत से 45 लाख 80 हजार घरों में नल कनेक्शन लगाए जा चुके हैं। देश की कुल जैविक खेती का 40% से अधिक क्षेत्र मध्य प्रदेश में है और जैविक खेती में मध्यप्रदेश, देश में प्रथम स्थान पर है। प्राकृतिक कृषि को खेती की असली ताकत बनाने के लिए राज्य सरकार ने तेजी से काम करना शुरू कर दिया है।
किसानों प्रत्येक वर्ष 10 हजार रुपये की अनुदान सहायता
एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के उपयोग में मध्य प्रदेश,देश में पहले स्थान पर है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के माध्यम से प्रत्येक पात्र किसान को वर्ष में 10 हजार रु की अनुदान सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। विगत 22 माह में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत प्रदेश के किसानों के खातों में 1 लाख 52 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि अंतरित की गई है। प्रदेश की 137 उद्यानिकी नर्सरियों का पीपीपी आधार पर सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। सहकारिता, पशुपालन और मछली पालन के क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों एवं रोज़गार को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है। किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर 14 हजार 428 करोड़ रुपए की राशि के फसल ऋण वितरित किए गए हैं, जो गत वर्ष से 9 प्रतिशत अधिक है।