अहिंसा पर चलकर गांधी ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर विवश कर दियाःअली
गांधीजी से हम सीख सकते है कि शांति और राजनीतिक आजादी अहिंसा के रास्ते किस तरह हासिल की जा सकती है। उनकी कामयाबी और बड़प्पन के पीछे उनकी सोच और जनहित मामलों की पकड़ ही सबसे बड़ी उपलब्धि थी। अहिंसा का रास्ता अपनाकर उन्होंने सत्याग्रह व अंग्रेजो भारत छोड़ो जैसे आंदोलन कर अहिंसा पर चलकर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर विवश कर दिया था। आज कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ता को गांधीजी के सिद्घांतो पर चलकर पार्टी की विचार धारा को अहिंसा के दम पर जन-जन तक पहुंचाना है। उक्त उद्गार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के चलते रविवार को ब्लॉक व शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में कांग्रेसजनों द्वारा स्थानीय गांधी चौक स्थित गांधी प्रतिमा पर आयोजित मार्ल्यापण एवं सर्वधर्म प्रार्थना सभा को संबोधित करते हुए ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद अली ने व्यक्त किये। इस मौके पर पुर्व विधायक कृष्ण मोहन मालवीय ने कहा कि महात्मा गांधी जी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाए गए नमक कर के विरोध में 1930 में दांडी मार्च निकाला और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का नेतृत्व कर प्रसिद्घि प्राप्त की। हमने भी सत्य, अहिंसा को अपना धर्म मानने वाले महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने की सौगंध लेनी होगी। कांग्रेसजनों ने गांधीजी की पुण्य तिथि पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्घांजली अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद अली ने किया तथा आभार शहर कांग्रेस अध्यक्ष समीर खान (भुरु) ने माना। इस अवसर पर पुर्व विधायक कृष्ण मोहन मालवीय, रास सदस्य प्रतिनिधी प्रदीप सादानी, हाशिम राही, वरिष्ठ काग्रेंस नेता अकबर अंसारी, एडहोकेट ओपी विजयवर्गीय, शेख मुशर्रफ, राधेश्याम राठौर, तस्लीम कुरेशी, सिद्घुलाल पुष्पद, नीलेश वर्मा, नासीर अंसारी, रिजवान मेव, गुफरान मिर्जा, युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष लखन धनगर, युवा कांग्रेस शहर अध्यक्ष लखन राजपुत, किसान कांग्रेस शहर अध्यक्ष अमित दुबे, युवा नेता असलम अली, अखलाक मेव, मो. रफीक मंसुरी, अंजुम खटानी, आबिद लोदी, रईस खान, महेश सोनी, कैलाश राजपूत सहित कई कांग्रेस जन उपस्थित थे।