वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 4 लाख 21 हजार 32 करोड़ रुपए का बजट पेश कर दिया है। बजट में भोपाल और इंदौर मेट्रो के लिए 850 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। सड़कों, ब्रिज के लिए भी रुपए मिले हैं। वहीं, नई सड़कें भी मंजूर की गई हैं।
बजट के बाद मेट्रो की ब्लू लाइन (भदभदा से रत्नागिरी तक) का काम भी शुरू हो सकेगा। बजट को लेकर पीडब्ल्यूडी ने कुछ सड़कों के प्रस्ताव भेजे थे। जिन्हें मंजूरी मिली है। हालांकि, पिछले बजट की कई घोषणाएं अब भी अधूरी है। इनके लिए राशि का प्रावधान किया जा सकता है।
फरवरी में हुई थी जीआईएस भोपाल में 24 और 25 फरवरी को जीआईएस हुई थी। इसके चलते बजट में अलग से 100 करोड़ रुपए तक का प्रावधान हो सकता है। यह नगर निगम भोपाल को मिलने वाली राशि से अलग होगा। जानकारी के अनुसार, नए बजट प्रावधान को भी संबंधित विभागों के बजट में ही रखा जाएगा। मसलन पीडब्ल्यूडी, नगरीय विकास विभाग, टूरिज्म के अलावा अन्य संबंधित विभागों के मद में अलग से राजधानी का मद बनेगा। क्रियान्वयन एजेंसी भी तय होगी। जीआईएस के समापन पर ही मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा की थी।

कोलार मैन रोड से बंजारी-कान्हाकुंज तक की सड़क बनाई पिछले बजट में 1 से 9.8 किमी तक कुल 17 सड़कों का प्रावधान किया गया था। इनमें से कई सड़कें अभी नहीं बनी है। जिसमें शाहपुरा थाने से आकृति ईको सिटी, रायसेन रोड से सोनागिरि भी शामिल हैं। वहीं, कोलार मैन रोड से बंजारी, कान्हाकुंज तक की सड़क का निर्माण हो चुका है।
चीफ इंजीनियर संजय मस्के ने बताया, कई सड़कों के काम अब अंतिम दौर में है, जो अगले एक-दो महीने में बनाई जाएगी। इनके टेंडर की प्रोसेस चल रही है। नई सड़कों का प्रावधान भी बजट में आ सकता है।
प्रदेश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी नहीं बनी भोपाल में प्रदेश की पहली डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाने की बात भी पिछले बजट में हुई थी। सरदार वल्लभ भाई पटेल पॉलिटेक्निक कॉलेज में स्थापित होने वाली इस यूनिवर्सिटी के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग के बजट में एक करोड़ का प्रावधान किया गया था। भोपाल में वीर भारत योजना के तहत वीर भारत स्थल निर्माण के लिए 80 करोड़ का बजट रखा गया था। भारत भवन में कलाग्राम की स्थापना के लिए 10 करोड़ रुपए रखे गए थे। इन पर अभी काम की शुरुआत नहीं हो पाई है।