शिक्षक फीडबैक और छात्रों के लिए आचार संहिता लागू करने के निर्देश
आष्टा। उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों ने प्रदेश के कालेजों की नैक बेहतर ग्रेडिंग के लिए उन्हें ऐसी प्रैक्टिस करने पर जोर देने के निर्देश दिए हैं जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता के साथ विवि व कॉलेज की ग्रेडिंग में भी सुधार हो। कालेजों को उनकी विशेषता के आधार पर गीत, टैगलाइन और लोगो तैयार करने से लेकर शिक्षक फीडबैक और छात्रों के लिए आचार संहिता लागू करने निर्देश दिए हैं। प्रदेश के सभी कालेजों को उज्जैन मॉडल फॉलो करने कहा गया है। यहां के माधव साइंस कॉलेज को हाल ही में नैक मूल्यांकन में ए-प्लस ग्रेड हासिल हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश के बाकी कालेजों का परफार्मेंस बेहतर हो और ग्रेडिंग में सुधार हो, इसके लिए उज्जैन मॉडल को सभी सरकारी कालेजों के प्रिंसिपल को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। कालेजों ने क्या-क्या कदम उठाए हैं, इसकी रिपोर्ट भी संबंधित कॉलेज के प्रिंसिपल को संबंधित अधिकारियों को देना होगी।
छात्रों के परफॉर्मेंस और प्लेसमेंट पर जोर
कालेजों को छात्रों के लिए आचार संहिता बनाना होगी ताकि अनुशासन बना रहे। इसी के साथ छात्रों के बेहतर परफॉर्मेंस की रिपोर्ट, प्लेसमेंट, पूर्व छात्र संघ और पूर्व छात्रों की सक्रिय भागीदारी को भी इसमें शामिल करना होगा। खेल गतिविधियों को बढ़ावा देना भी इसमें शामिल किया गया है। हायर एजुकेशन के अधिकारियों ने बताया कि कालेजों को स्ट्रेटेजिक प्लान तैयार करना होगा। शिक्षक क्या और कैसे पढ़ा रहे हैं, इसका फीडबैक भी लेंगे।
कॉलेज की नैक ग्रेडिंग पिछले साल से बेहतर
नैक मूल्यांकन के लिए 2021-22 में कालेजों ने आवेदन किया है। वहीं 2022-23 में 75 अन्य कालेजों को भी शामिल कर रहे हैं। हाल ही में 6 कालेजों की नैक ग्रेडिंग पिछले साल से बेहतर आई है। यह विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों का नतीजा है।
क्या कहना है अधिकारी का
अफसरों ने छह क्राइटेरिया फिक्स किए
शहीद भगत सिंह महाविद्यालय के हिमांशु राय श्रीवास्तव प्रोफेसर ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के अफसरों ने 6 क्राइटेरिया तय किए हैं। इसमें विभिन्ना शैक्षणिक गतिविधियों को समय पर करने के अलावा कोरिकुलम ऑस्पेक्ट, टीचिंग-लर्निंग, रिसर्च एंड एक्सटेंशन, स्टूडेंट सपोर्ट एंड प्रोग्रेशन, गवर्नेंस एंड लीडरशिप, इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिसोर्सेस को शामिल किया गया।