तरन्नुम कानपुरी की एक शायरी है
ऐ क़ाफ़िले वालों, तुम इतना भी नहीं समझे थे लूटा है तुम्हे रहज़न ने, रहबर के इशारे पर
काफिला क्यों लुटा था….कौन दोषी है अब यह सामने आ गया है
कांग्रेस को बुढ़ापे में बच्चा रूपी सरकार हुई थी । इन्होंने उसे चूम चूम कर ही मार डाला।
हम तो पहले से कहते थे कि कमलनाथ नहीं दिग्विजय सिंह सरकार चला रहे थे …यही कारण था सरकार गिरने का।यह बात कमलनाथ के मंत्री उमंग सिंगार ने भी उस वक्त कही लेकिन कमलनाथ की आंखों पर दिग्विजय ने पट्टी बांध रखी थी और आज कमलनाथ को सच्चाई याद आ रही है….कमलनाथ जी जब आप सच की राह पर चल ही दिए है तो लगे हाथ यह भी बता दे कि डेढ़ साल की सरकार में सुपर सीएम दिग्विजय सिंह ने आपसे भ्रष्टाचारी फैसले करवाए।
हालांकि जहाँ नही तो जनता यह मान लेगी की आप दोनों एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ कर सबको गुमराह कर रहे है। असलियत यही है कि आप दोनों के सच ने बता दिया है कि कांग्रेस की नाव जो डूबी उसे कप्तान ने ही छेद कर डुबाया था”