पश्चिम रेलवे कॉलोनी में पंचमुखी हनुमान मंदिर के पीछे स्थित शिव मंदिर तोड़े जाने के विवाद ने अब राजनीतिक और धार्मिक रंग ले लिया है। सोमवार को साधु-संतों के प्रतिनिधिमंडल ने सांसद आलोक शर्मा और हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी के साथ भोपाल कलेक्टर से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल ने मंदिर तोड़े जाने की पूरी जानकारी कलेक्टर को दी और उस स्थान पर मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की। साथ ही यह भी कहा कि रेलवे द्वारा वहां बनाई जा रही लॉन्ड्री किसी अन्य स्थान पर ट्रांसफर की जाए। वहीं, कलेक्टर ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि प्रशासन मामले की पूरी जांच करेगा और धार्मिक भावनाओं के अनुरूप निर्णय लिया जाएगा।
पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत रामभूषण जी महाराज के नेतृत्व में पहुंचे साधु-संतों ने कलेक्टर को मंदिर ध्वस्त होने की पूरी जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल में हिंदू उत्सव समिति, संस्कृति बचाओ मंच के पदाधिकारी और कई संत-महात्मा मौजूद रहे।
संतों ने कहा कि मंदिर सनातन आस्था का केंद्र था, इसे रातों-रात तोड़ना धार्मिक भावनाओं का अपमान है। उन्होंने मांग की कि शिव मंदिर को उसी स्थान पर फिर से बनाया जाए और क्षतिग्रस्त मूर्तियों का पुनर्स्थापना किया जाए।

ज्ञापन सौंपकर रखी तीन प्रमुख मांगें
- मंदिर का पुनर्निर्माण उसी स्थान पर किया जाए।
- रेलवे की लॉन्ड्री परियोजना को तुरंत रोका जाए।
- मंदिर परिसर में बाउंड्री वॉल और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
हिंदू उत्सव समिति ने दी चेतावनी
हिंदू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि “अगर पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास रेलवे की लॉन्ड्री बनी, तो हम भोपाल के सभी बाजार बंद करवा देंगे। समदारिया ग्रुप यह ध्यान रखे कि इस क्षेत्र में किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक मंदिर का पुनर्निर्माण नहीं होता, साधु-संत और सनातनी समाज शांत नहीं बैठेगा।




