अनुशासन, ऊर्जा और सक्रिय नेतृत्व का अद्भुत संगम
भोपाल। पुलिस अधीक्षक (SP विशेष शाखा) दिनेश कौशल अपने कर्तव्य के साथ-साथ स्वास्थ्य और अनुशासन के एक अद्भुत उदाहरण के रूप में सामने आए हैं। श्री कौशल ने न केवल अपनी ड्यूटी को पूरी निष्ठा से निभाया है, बल्कि अपनी जीवनशैली से यह साबित कर दिया है कि व्यस्ततम शेड्यूल में भी फिटनेस को प्राथमिकता दी जा सकती है।
20 किमी रोज़ साइकिलिंग: संकल्प का सफ़र
दिनेश कौशल का दैनिक रूटीन कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुका है। वह प्रतिदिन 20 किलोमीटर साइकिलिंग करते हैं। यह सफ़र सिर्फ़ दूरी तय करने का नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के प्रति उनके अटूट संकल्प का प्रमाण है।
शारीरिक लाभ: यह नियमित साइकिलिंग उनके हृदय को मजबूत बनाती है और स्टैमिना (सहनशक्ति) में जबरदस्त इजाफा करती है।
मानसिक लाभ: उनका मानना है कि साइकिलिंग से मन हल्का रहता है और तनाव कम होता है।
योग: संतुलन और शांति का आधार
साइकिलिंग के साथ-साथ, श्री कौशल प्रतिदिन 1 घंटा योग भी करते हैं। योग का यह अभ्यास उनके जीवन में संतुलन लाता है:
- शारीरिक लचीलापन बनाए रखता है।
- मन को शांत रखता है।
- शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है।
ड्यूटी पर भी फिटनेस
दिनेश कौशल की फिटनेस का जुनून उनकी पेशेवर ज़िम्मेदारियों में भी झलकता है। भोपाल में पदस्थापना के दौरान, उन्होंने अपनी साइकिल का उपयोग अचानक फ़ोर्स चेकिंग के लिए किया था। यह कदम उनके अनुशासन, ऊर्जा और सक्रिय नेतृत्व का अद्वितीय प्रमाण है। यह दर्शाता है कि वे न केवल मौखिक रूप से, बल्कि अपनी जीवनशैली से भी टीम का नेतृत्व करते हैं।
प्रेरणा का स्रोत
दिनेश कौशल की यह जीवनशैली, जिसमें साइकिलिंग और योग शामिल है, आज पुलिस विभाग के कई युवा कर्मियों और शहर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। उनका संदेश स्पष्ट है: रास्ते चाहे कठिन हों, इरादे हर दिन एक ही होने चाहिए—खुद को और बेहतर बनाना।
कौशल ने सिद्ध कर दिया है कि एक स्वस्थ शरीर और शांत मन न केवल व्यक्तिगत जीवन को बेहतर बनाता है, बल्कि पेशेवर दक्षता और सक्रिय नेतृत्व के लिए भी अनिवार्य है।




