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Chhattisgarh Crime News: आंध्र प्रदेश में की चोरी, करोड़ोंं रुपये सोने के जेवर के साथ कवर्धा का युवक गिरफ्तार

 छत्‍तीसगढ़ में कैलाश नगर कवर्धा निवासी आदतन चोर लोकेश श्रीवास (31) को स्थानीय सिटी कोतवाली पुलिस ने छह किलो 400 ग्राम सोने के चोरी गहनों के साथ गिरफ्तार किया है। यह गहने उसने आंध्रप्रदेश के विजयनगरम क्षेत्र की एक ज्वेलरीशाप से चुराए थे। जब्त गहनों की कीमत 3.5 करोड़ रुपये बताई गई है। आरोपित पंडरिया, कवर्धा, गंडई, दुर्ग के साथ ओडिशा में भी चोरी की वारदात कर चुका है। पुलिस के अनुसार आरोपित लोकेश श्रीवास जिला का पूर्व आदतन अपराधी है।

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गुरुवार को कबीरधाम पुलिस ने करोड़ों रुपये की चोरी का राजफाश किया। अब चोरी की 12 वारदातों को अंजाम दे चुका आरोपित लोकेश की वारदातों के बारे में दुर्ग आइजी ओपी पाल व कबीरधाम एसपी डा.लाल उमेंद ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी है। एसपी ने बताया कि 23 फरवरी को लोकेश श्रीवास को कवर्धा शहर में कुछ सामान रखे संदिग्ध अवस्था में देखने की सूचना मिली। इस पर उसके निवास में दबिश दी गई।

घर की तलाशी में एक झोले में काफी मात्रा में सोने के जेवर मिले। पूछताछ में उसने विजयनगरम इलाके से चोरी करना बताया। आरोपित के कब्जे से मिले सोने समेत अन्य जेवर की वीड़ियोग्राफी भी कराई गई है। ताकि भविष्य में कोई सवाल खड़ा न हो। स्थानीय पुलिस ने आंध्रप्रदेश पुलिस से संपर्क कर घटना की जानकारी दी। गुरुवार को आंध्रप्रदेश की पुलिस टीम भी कवर्धा पहुंच गई है, जो आरोपित को पूछताछ के लिए अपने साथ ले जाएगी।

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जिलाबदर रह चुका है आरोपित

पुलिस के अनुसार आरोपित लोकेश श्रीवास जिला का पूर्व आदतन अपराधी है। मां-बाप से अलग पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है। फरवरी 2019 में उसे एक साल के लिए जिलाबदर किया गया था। वह जिला बदर रह चुका है। एक जून 2017 को आदतन चोरी करने पर उसे प्रतिबंधित करने थाना कवर्धा से इस्तगाशा तैयार कर एसडीएम न्यायालय कवर्धा में पेश किया गया था। विशेष मुखबीर से सूचना मिली कि लोकेश श्रीवास कुछ दिनों से अपने निवास स्थान में नहीं है। उसकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही हैं। इस पर सूचना तंत्र को सक्रिय कर लोकेश की पल-पल की खबर प्राप्त की जा रही थी।

जेल से जमानत पर छूटते ही करता था चोरी

पुलिस ने बताया कि आरोपित के खिलाफ छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य प्रदेशों में भी कई मामले दर्ज हैं। मामला दर्ज होने के बाद आरोपित को जेल भेज दिया जाता है। लेकिन जमानत पर जेल से छूटने के बाद फिर से चोरी करने लगता था। आरोपित कई बार जेल जा चुका है। उसके पकड़ने की कार्रवाई में एएसपी मनीषा ठाकुर रावटे, थाना प्रभारी कवर्धा निरीक्षक कपिलदेव चंद्रा, सायबर सेल से सहायक उप निरीक्षक चंद्रकांत तिवारी, मनीष कुमार, प्रधान आरक्षक इंदु नेताम, आरक्षक अनिलसेन, महिला आरक्षक गायत्री पट्टावी, आरक्षक आकाश राजपूत का विशेष भूमिका रही।

अब तक की वारदात

20 मई 2006 को पांडातराई निवासी हीरालाल के मकान से नकदी के साथ एक मोटरसाइकिल चोरी की। 9 नवंबर 2012 में मां विध्वांसिनी मंदिर कवर्धा से चांदी का कमरपट्टा, मुकुट, जेवर आदि (47 हजार रुपये) की चोरी की। 24 फरवरी 2013 को कवर्धा में कपीलनारायण नामदेव के मकान का ताला तोड़कर करीब 1.50 लाख रुपये के जवर चुराए। 6 जुलाई 2014 की रात में कवर्धा में अजय कुमार गुप्ता की मोबाइल दुकान का ताला तोड़कर 88 मोबाइल और नकदी (4.80 लाख रुपये) की चोरी की।

6 अप्रैल 2016 को पंडरिया में बनीत सिंह सलुजा की दुकान से नकद 19 रुपये की चोरी की। 14 अगस्त 2016 को कवर्धा में उमेश बाजार दुकान से 20 हजार रुपये के कपड़े चुराए। 23 जुलाई 2017 को कवर्धा में अगमदास मानिकपुरी के सूने मकान का ताला तोड़कर 40 हजार रुपये के सोने-चांदी के जेवर चोरी की।

19 अप्रैल 2017 को रात में पंडरिया में हरमित सिंह दुआ की दुकान मोबाइल दुकान का ताला तोड़कर मोबाइल व नकदी (4.67 लाख रुपये) की चोरी की। 30 अक्टूबर 2020 को थाना बड़ापारा, जिला बेरहमपुर ओडिशा की ज्वेलरी शाप से 1.5 करोड़ रुपये के सोने के जेवर चोरी की।

इसके अलावा आरोपित ने राजनांदगांव जिले के गंडई थाना क्षेत्र में एक ज्वेलरी शाप में, दुर्ग की एक ज्वेलरी शाप से करोड़ों के सोने के जेवर चोरी पार कर चुका है।

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