Indian Students in Ukraine: यूक्रेन में फंसे छिंदवाड़ा के तीन छात्र-छात्रा, बंकर में बिताई रात, मोबाइल नेटवर्क फेल
एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए छिंदवाड़ा जिले के भी तीन छात्र, छात्राएं रूस के हमला करने के बाद वहीं फंसकर रह गए हैं। छिंदवाड़ा से अर्शप्रीत कौर, प्रत्युष चौरसिया और संकल्प क्रिपान एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गए हैं, जो इस वक्त वहां दहशत के माहौल के बीच रहते हुए जल्द से जल्द भारत लौटना चाहते हैं। रूसी सेना के हमले के बाद वह फिलहाल बंकर में रह रहे है।प्रत्युष के पिता डा. प्रशांत चौरसिया ने बताया कि प्रत्यूष और संकल्प क्रिपान साथ में हैं। उनका मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं कर रहा। कभीकभार मैसेज आ जाता है तो तसल्ली मिल जाती है। गुरुवार शाम को मैसेज आया था, उसके बाद बात नही हुई। यूक्रेन के खरकीव में सभी छात्र फंसे हैं, जहां से रूस की सीमा महज 50 किमी दूर है। प्रशांत चौरसिया ने बताया कि बच्चे के खाते में रकम भेजने का प्रयास किया, लेकिन वो भी नहीं पहुंच पा रही है। इसी प्रकार संकल्प क्रिपान के घर पर भी बुरा हाल है। पूरा परिवार दिन, रात टीवी पर नजर बनाए हुए है और हर घटना की जानकारी ले रहा है। परासिया रोड निवासी धनंजय क्रिपान का बेटा संकल्प क्रिपान भी यूक्रेन में फंसा हुआ है। धनंजय ने बताया कि मोबाइल नेटवर्क सही तरीके से नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण नियमित तौर पर बात नहीं हो पा रही है। संकल्प के भाई अनिरुद्ध क्रिपान ने केंद्र व राज्य सरकार से मांग की है कि जल्द ही मदद के लिए आगे आएं, ताकि उनका भाई वतन लौट सके। लगातार हेल्पलाइन नंबर पर बात की जा रही है, लेकिन उस नंबर पर बात नहीं हो पा रही है। इंडियन एंबेसी से भी बात कर रहे हैं।
इसी प्रकार मधुवन कालोनी निवासी दिलप्रीत कौर की बेटी अर्शप्रीत कौर भी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं। दिलप्रीत कौर ने बताया कि लगातार बातचीत का प्रयास कर रहे है, उम्मीद है कि जल्द ही सभी बच्चे सुरक्षित वापस लौट आएंगे।