Gwalior Fraud News: रिटायर्ड अफसर को 25 लाख की चपत रजिस्ट्री के लिए दिया चेक, छीनकर की धोखाधड़ी
पीडब्ल्यूडी से रिटायर्ड अफसर को प्लॉट की रजिस्ट्री करते समय खरीदार ने चेक थमा दिया। जब रजिस्ट्री हो गई और अफसर बाहर आया तो प्लॉट खरीदने वाले ने दिया हुआ चेक वापस ले लिया और नगदी का आश्वासन दिया। घटना गोला का मंदिर थाना क्षेत्र की है। इसके बाद पीड़ित पैसे देने के लिए चक्कर काटता रहा और अब आरोपियों ने उन्हें रुपए लौटाने से इनकार कर दिया।
शिन्दे की छावनी निवासी हरिशंकर शिवहरे पुत्र भोगचंद्र शिवहरे रिटायर्ड पीडब्ल्यूडी अधीक्षक यंत्री है। वर्ष 2010 में वह सिटी सेंटर स्थित रामानुज नगर में रहते थे। जहां पर उनकी मुलाकात जोगेन्द्र सिंह गुर्जर से हुई थी। उनका एक भूखण्ड सिरोल इलाके में है, जिसे वह काफी समय से बेचने का प्रयास कर रहे थे। इसका पता जब जोगेन्द्र को चला तो उसने उन्हें प्लॉट को अच्छी कीमत दिलाने का वादा किया। इसके बाद जोगेन्द्र ने उसे विनोद गुर्जर से मिलवाया और जमीन 2020 में उसे रजिस्ट्री कराने के लिए ले गए। यहां पर विनोद के साथ ही उसका भाई भूपेन्द्र गुर्जर भी आया था। रजिस्ट्री से पहले विनोद व भूपेन्द्र ने उसे नगद 1 लाख 40 हजार रुपए दिए और शेष 25 लाख का एक चेक दिया। रुपए और चेक मिलने के बाद हरिशंकर शिवहरे ने रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करने के बाद जब वह बाहर आया तो विनोद और भूपेन्द्र बाहर आ गया और उनसे दिया हुआ चेक छीन लिया। और जल्द ही पैमेंट करने को कहा। इसके बाद जब भी वह पैसों की मांग करता था, तो वह आजकल की कहकर टरकाता रहा और जब उसने ज्यादा दबाव बनाया तो आरोपियों ने साफ कह दिया कि उनकी रजिस्ट्री तो हो ही गई है अब किस बात के पैसे। अब उसने ज्यादा दबाव बनाया तो आरोपियों ने उसे बातचीत करने के लिए बुलाया और यहां पर पहुंचते ही उन्होंने गाली गलोज की और धमकी दी कि अगर अब पैसे वापस मांगे तो उसे और उसके बेटों को जान से खत्म कर देगे। धमकी का शिकार पीड़ित थाने पहुंचा और मामले की शिकायत की। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर विनोद, भूपेन्द्र और जोगेन्द्र के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
अपने कहा
पीड़ित की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
विनय शर्मा, थाना प्रभारी गोला का मंदिर