ग्वालियर में कारोबारी धीरज अग्रवाल से 50 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सदर बाजार मुरार के एक व्यापारी ने अपनी फर्म मेसर्स भारत स्कूल एंड सप्लायर के लोन खाते में बंधक प्रॉपर्टी बताकर छुड़ाने के लिए 50 लाख रुपए मांगे थे। बदले में बंधक प्रॉपर्टी के फ्री होते ही तीन करोड़ रुपए में उसे बेचना तय किया था।
कारोबारी धीरज अग्रवाल ने तीन अलग-अलग तारीख में आरोपी व्यापारी को 50 लाख रुपए दे दिए। उसके कुछ दिन बाद समाचार पत्र में उसी फर्म की एक नीलामी सूचना से खुलासा हुआ कि जो प्रॉपर्टी उन्हें बैंक में बंधक बताई है, असल में ऐसा कुछ नहीं था।
बैंक में अन्य कोई संपत्ति बंधक थी। आरोपी ने 50 लाख रुपए बैंक में भी जमा नहीं कराए। जिसके बाद विरोध कर अपने रुपए वापस मांगे तो आरोपियों ने झूठे केस में फंसाने की धमकी दी है।
घटना मुरार सदर बाजार में 25 अक्टूबर 2024 से अभी तक के बीच की है। अब पुलिस ने धीरज अग्रवाल की शिकायत पर आरोपी, उसकी पत्नी व पिता के खिलाफ अमानत में खयानत (धोखाधड़ी) का मामला दर्ज कर लिया है।
प्रॉपर्टी छुड़ाने के लिए मांगे थे रुपए कारोबारी धीरज प्रकाश अग्रवाल ने मुरार थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें बताया कि वे गौतम राय रैली को अच्छी तरह पहचानते हैं। गौतम राय रैली मुरार सदर बाजार में स्टेशनरी एवं किताबों का कारोबार शांति प्रकाशन के नाम से करते हैं।
21 अक्टूबर 2024 को गौतम राय रैली, उनकी पत्नी प्रिया, पिता गुलशन राय रैली ने अपनी फर्म मेसर्स भारत स्कूल एंड सप्लायर के लोन खाते में बंधक प्रॉपर्टी (मकान) छ़ुड़ाने के लिए 50 लाख रुपए की मांग की थी।
साथ ही विश्वास दिलाया था कि यदि धीरज उनकी मदद करते हैं तो बैंक से उस प्रॉपर्टी को छुड़ाने के बाद 3 करोड़ रुपए में उन्हीं को बेच देंगे। एक ही बाजार में पुराने व्यापारिक संबंध पर विश्वास करते हुए धीरज ने गौतम राय रैली व उनके परिवार से यह डील पूरी करने का वादा किया।
तीन किस्तों में दिए 50 लाख रुपए बातचीत तय होने के बाद गौतम राय रैली को धीरज अग्रवाल ने 25 अक्टूबर 2024 को 30 लाख रुपए बाउचर पर हस्ताक्षर कराकर दिए थे। इसके बाद 28 अक्टूबर 2024 को दस लाख रुपए कैश दिए।
दो दिन बाद 30 अक्टूबर 2024 को 10 लाख रुपए गौतम के यहां काम करने वाले कर्मचारी मानवेंद्र के हाथ में दिए थे। कैश देते समय मानवेंद्र ने हस्ताक्षर कर रसीद भी दी थी। रसीद पर भी फर्म मैसर्स भारत स्कूल एंड सप्लायर के लोन खाते का उल्लेख किया था।
नीलामी के एड से खुला ठगी का राज धीरज अग्रवाल सोच रहे थे कि मुरार सदर बाजार की प्राइम लोकेशन की प्रॉपर्टी अब उनके पास आ जाएगी, लेकिन दो महीने बाद 5 दिसंबर को धीरज को उस समय गहरा धक्का लगा, जब एक न्यूज पेपर में उन्होंने बैंक के फर्म मेसर्स भारत स्कूल एंड सप्लायर लोन खाते में बंधक अचल संपत्ति के नीलामी की सूचना देखी।
तब धीरज को पता लगा कि गौतम राय रैली, प्रिया रैली, गुलशन राय रैली द्वारा बंधक बताई गई संपत्ति केनरा बैंक में बंधक नहीं है, बल्कि कोई अन्य संपत्ति बंधक है। उनसे झूठ बोलकर गौतम और उसके परिवार ने 50 लाख रुपए लिए, जो कभी बैंक में जमा कराए ही नहीं गए।
रुपए वापस मांगे तो अपशब्द कहे, धमकाया
धीरज ने धोखाधड़ी का अहसास होने के बद जब गौतम राय रैली को फोन कर बात करना चाही तो गौतम, उनके पिता व पत्नी द्वारा फोन का कोई जवाब नहीं दिया। धीरज ने गौतम राय रैली से मिलकर इस धोखाधड़ी के संबंध में बात की, जिस पर से गौतम राय रैली ने अभद्र शब्द कहते हुए कारोबारी व उनके परिवार को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद धोखाधड़ी की शिकायत मुरार थाना में की गई है।
आरोपियों ने पुलिस से कहा- हमें उनसे रुपए लेने हैं जब पुलिस ने आरोपी पक्ष से गौतम राय रैली को बुलाकर पूछताछ की तो उनका यह कहना था कि धीरज प्रकाश अग्रवाल को मैंने वर्ष 2022-23 में अपनी सिरोल स्थित दो बड़ी संपत्तियों का सौदा किया था।
जिसके एवज में मुझे धीरज प्रकाश अग्रवाल व अन्य परिवारजन से 20 करोड़ 70 लाख रुपए लेने थे। उस समय धीरज अग्रवाल व अन्य परिवारजन ने मुझे मेरी रकम अदा करते हुए 1 करोड़ 40 लाख रुपए के लिए अपने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा थाटीपुर के दो चेक नंबर 151933 (31 अक्टूबर 2024) 60 लाख रुपए का और चेक नंबर 151934 (31 अक्टूबर 2024) को 80 लाख रुपए के दिए थे।
साथ ही यह कहा था कि वह लोग मुझे मेरे रुपए 31 अक्टूबर से पहले दे देंगे और कैश देते ही मैं उनको उनके दिए गए चेक वापस कर दूंगा। उसके बाद धीरज प्रकाश अग्रवाल ने मुझे 30 लाख रुपए वाउचर पर हस्ताक्षर कराकर व 10-10 लाख रुपए मेरे यहां काम करने वाले मानवेंद्र के हाथ में दिए थे।
जिस पर अपना एक चेक नंबर 151933 वापस ले लिया था। उसके बाद दूसरा चेक नंबर 151934 जो 80 लाख रुपए का था, जिसे गौतम ने बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया। गौतम ने बताया कि जिसके सबंध में उनके द्वारा माननीय न्यायालय के समक्ष दावा प्रस्तुत किया है, जो विचाराधीन है।
सीएसपी रोबिन जैन ने बताया
एक व्यक्ति धीरज अग्रवाल ने एक व्यापारी पर 50 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। जिस पर मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल मामले में जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।