मध्य प्रदेश टीकमगढ़ जिले में युवकों के विवाह न होना परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। शादी न होने के कारण परेशान युवक ठगी का शिकार भी हो रहे हैं। बीते 6 महीनों में इस प्रकार का तीसरा मामला सामने आ चुका है। शनिवार को विवाह के नाम पर ठगी का शिकार हुआ एक युवक अपने परिजनों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा और शिकायत दर्ज कराते हुए इंसाफ की गुहार लगाई। पीड़ित युवक के मुताबिक उसने 1 लाख 80 हजार रूपये देकर मंदिर में शादी की थी।
1.80 हजार रूपये लेकर कराई शादी
कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला मझपुरा के रहने वाले मनीष जैन ने एसपी ऑफिस पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। मनीष ने बताया कि वह 41 साल का है और उसका विवाह नहीं हुआ था। वह मंडी में अनाज की खरीद करता है। विधवा मां की सेवा के लिए वह विवाह करना चाहता था। ऐसे में उसके दोस्त मनोहर लोधी निवासी नारायणपुर और रामस्वरूप लोधी निवासी डारगुवां थाना बल्देवगढ़ ने अपने परिचित एक अन्य महिला रीता लोधी निवासी पठराई के साथ मिलकर उसकी शादी कराने का प्रलोभन दिया था। इन लोगों ने अनसुइया भुई निवासी जिला बलांगी उड़ीसा को अपनी साली बता कर उससे शादी की बात कराई थी। शादी के एवज में 1 लाख 80 हजार रुपए देना तय हुआ था। इसके बाद यह लोग 11 सितंबर को टीकमगढ़ आए। यहां पर कोर्ट मैरिज का आवेदन देने के बाद कुण्डेश्वर में विवाह कराया गया। यहां से यह लोग 1.80 लाख रुपए लेकर चले गए।
23 सितंबर को छत से कूदकर भाग रही थी दुल्हन
मनीष ने बताया कि 23 सितंबर को वह अपने काम पर चला गया और उसकी मां सो रही थी। उसी समय अनसुइया 6 हजार रुपए लेकर घर की छत से भाग निकली। वह बाजू के घरों की छत से होकर भाग रही थी ऐसे में पड़ोसी ने उसे पकड़ लिया और सूचना दी। इस पर वह घर गया और अनसुइया को साथ लेकर आया। भागने का कारण पूछने पर अनसुइया ने बताया कि वह उसके साथ शादी करना नहीं चाहती है उसने चार-पांच दिन अपने दीदी-जीजाजी के पास रहने की बात कही और उसके बाद आने के बारे में बताने को कहा। इस पर परेशान होकर मनीष ने 24 सितंबर को मनोहर, रामस्वरूप लोधी को बुलाकर स्टांप पर लिखा-पढ़ी कराकर अनसुइया को उनके साथ भेज दिया। एसपी से शिकायत कर बताया है कि यदि भविष्य में किसी प्रकार की घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी उसकी नहीं है। वहीं उसने विवाह के लिए दिए गए 1.80 लाख रुपए वापस कराने की मांग की है। यह रुपए अब आरोपी वापस नहीं कर रहे हैं।




