बिलकिसगंज में भटकती मिली विक्षिप्त युवती को कोलार पुलिस ने सीमा विवाद में न पड़ते हुए मिशनरी ऑफ चैरिटी मदर टेरेसा जहांगीराबाद में आश्रय दिलाया है। 20 दिन पहले युवती को भटकता देख एक ऑटो चालक ने कोलार पुलिस के सुपुर्द किया था। जिसके बाद पुलिस ने युवती का मेडिकल परीक्षण कराया, जिसमें उसके साथ किसी भी प्रकार के सैक्सुअल असाल्ट की पुष्टि नहीं हुई।
युवती को गौरवी संस्था के माध्यम से एक बालिका गृह में रखा गया। इसके बाद पुलिस ने युवती की उम्र का मेडिकल परीक्षण कराया। जिसमें उसकी उम्र 20 साल से अधिक निकली। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश पर उसे मिशनरी ऑफ चैरिटी मदर टेरेसा में सुरक्षित पहुंचाया गया है। पुलिस तमाम प्रयासों के बाद भी उसे सड़क पर छोड़ने वाले परिजनों को तलाश नहीं सकी।
थाना प्रभारी बोले- जंगल में लावारिस मिली युवती
टीआई संजय सोनी ने बताया कि 27 जुलाई 2025 को जमुना प्रसाद कटारे पिता देवलाल कटारे (38) निवासी ग्राम कजली खेड़ा ने थाने आकर बताया कि वे बीरपुर बाजार सब्जी बिक्रय हेतु गया था। सब्जी विक्रय कर लौट रहा था तभी शाम 7.30 बजे बिलकिसगंज (झागरिया) जिला सीहोर के पास जंगल में अज्ञात युवती पैदल जाते दिखी। जिसे जमुना प्रसाद द्वारा थाना कोलार में ले आए। बालिका सही से बोल नहीं पा रही थी। लिहाजा बालिका को गौरवी (सखी) वन स्टाप सेन्टर में सुरक्षित पहुंचाया। इससे पहले उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया था।

बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया
पुलिस युवती को शुरुआत में नाबालिग मानकर चल रही थी। 27 जुलाई को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया था। समिति ने ही वन स्टॉप सेन्टर (सखी) में बालिका को भेजे जाने के आदेश किए थे।
साउथ इंडियन लग रही है युवती
युवती की गई बार काउंसलिंग की गई। हालांकि वह केवल अपना नाम मंडोपा बता रही है। इसी के साथ वे केवल बैंगलुरू बता रही है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उसे जानकर जंगल में छोड़ा गया है। पुलिस सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से उसके परिजनों की तलाश रही है।