ऊंट पर दूल्हे, ट्रॉले में दुल्हनें:भोपाल में अक्षय तृतीया पर 2 साल बाद दिखा उत्साह, हुईं एक हजार से ज्यादा शादियां
राजधानी भोपाल में अक्षय तृतीया के अबूझ और महामुहूर्त में 2 साल बाद गजब का उत्साह देखने को मिला। इस दौरान शहर में कई सामूहिक विवाह सम्मेलन हुए। इसमें 400 से ज्यादा जोड़ों ने एक ही छत के नीचे सात फेरे लिए। बारातें भी निकलीं। शाहपुरा में हुए सम्मेलन में शादी से पहले दूल्हे ऊंट पर तो दुल्हनें ट्रॉले में सवार हुईं। कई सम्मेलनों में दूल्हा-दुल्हन ने सात वचन के साथ आठवां वचन स्वच्छता, पानी बचाने और पौधे लगाने का लिया। मंगलवार को शहर में 1 हजार से ज्यादा शादियां हुईं।कोरोना संक्रमण के चलते पिछले 2 साल से अक्षय तृतीया पर सामूहिक विवाह सम्मेलन नहीं हो सके थे। लेकिन इस बार कोई पाबंदी नहीं थी। इसलिए कई समाजों ने सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किए। इस बार वेडिंग इवेंट को खास बनाने के लिए बारातें भी निकाली गईं।गोधूली बेला में 61 जोड़ों का विवाह हुआअखिल भारतीय पाल महासभा ने 41वां नि:शुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया। इसके लिए शाम 6 बजे 1100 क्वॉटर्स हनुमान मंदिर स्थित ग्राउंड से बारात भी निकाली गई। रंग-बिरंगे कपड़ों में सजी दुल्हनें ट्रॉले में सवार हुईं तो दूल्हों को ऊंट पर बैठाया गया। कई दूल्हे दूसरे ट्रॉले में सवार थे। अभा पाल महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैतान सिंह पाल ने बताया, बारात के आगे-आगे आतिशबाजी भी की गई। गोधूली बेला में 61 जोड़ों का विवाह कराया गया।