रीवा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लगभग 3 महीने से लापता है। उसका पता लगाने पुलिस से लेकर महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी परेशान हैं। ऐसे में वह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जिस केंद्र में पदस्थ है, वहां की व्यवस्था भी भगवान भरोसे ही चल रही है। विभाग की तरफ से पुलिस को 1 महीने पहले आवेदन दिया गया था, जिसमें पुलिस से जल्द से जल्द आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को ढूंढने की मांग की गई थी। इधर, पुलिस जल्द पता लगाने की बात कह रही है।
महिला बाल विकास क्रमांक 2 गंगेव परियोजना अधिकारी शंकरधर त्रिपाठी ने बताया कि पद्मा तिवारी नाम की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अगस्त 2024 से गायब हैं। मामले की रिपोर्ट संबंधित थाना मंनगवा में विभागीय स्तर पर कर दी गई है। इसकी जानकारी महिला बाल विकास संयुक्त संचालक कार्यालय और जिला महिला बाल विकास कार्यालय की ओर भेज दी गई। उनके पति की मौत हो चुकी है।

परियोजना अधिकारी ने यह भी बताया कि यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है। 4 महीने बीत चुका है, विभागीय स्तर पर सुपरवाइजर के प्रतिवेदन पर मंनगवा पुलिस को विभागीय स्तर पर गुम होने का लिफाफा पैक कर भेजा गया। इसके अलावा जिला महिला बाल विकास और विभाग के संयुक्त संचालक को भी जानकारी भेज दी गई है।

रिक्त पद के लिए कार्रवाई शुरू परियोजना अधिकारी शंकर द्विवेदी का कहना है कि सारे दस्तावेज विभागीय स्तर पर एकत्र करके कार्रवाई के लिए भेज दिए गए हैं। रिक्त पद के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। एसडीएम कार्यालय में भी इसकी जानकारी दी है। कार्यकर्ता का नंबर बंद है। उसके तीन बच्चे हैं। हमने परिजनों से संपर्क किया तो उनका कहना है कि वह निजी कारण से कहीं बाहर गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कार्यकर्ता के साथ एक पुरुष भी लापता हुआ है, प्रेम प्रसंग होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है।
पूरे मामले में एसपी विवेक सिंह का कहना है कि 13 नवंबर को इस संबंध में आवेदन प्राप्त हुआ था। थाना प्रभारी को तत्काल गुमशुदा की तलाश के निर्देश दिए गए हैं।