भोपाल में एएसआई के घर पपी से क्रूरता
भोपाल के नीलबड़ के विशाल नगर कॉलोनी में रहने वाले एएसआई के बेटे और पत्नी पर पालतू पपी से क्रूरता के आरोप लगे हैं। डॉग से क्रूरता करते एक वीडियो सामने आने के बाद डॉग को पशु प्रेमियों ने रेस्क्यू कर लिया, और रातीबड़ में बने डॉग शेल्टर होम में रखा है। उसका इलाज कराया गया। मामला 9 महीने पुराना बताया जा रहा है जिसका वीडियो अब वायरल हो रहा है।
दावा किया जा रहा है कि रेस्क्यू से पहले डॉग के दोनों अगले पैर टूटे हुए थे। इधर, एएसआई ने किसी भी प्रकार की क्रूरता की बात से इनकार किया है। उनका कहना है कि वीडियो पुराना है।
पड़ोसियों की शिकायत पर रेस्क्यू किया था
पीपुल्स फाॅर एनिमल की अध्यक्ष स्वाति गौरव ने बताया- एएसआई मोहन लाल के मोहल्ले वालों ने शिकायत की थी। बताया था कि उनकी पत्नी और बेटा पालतू डॉग को पीटते हैं। लगातार कुत्ते को लातें मारी जाती हैं।
इससे कुत्ते के दोनों सामने के पैर टूट गए थे। वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद कुत्ते की कस्टडी एएसआई के परिजनों ने सौंप दी थी। जीव जंतू विहार और पीपुल्स फार एनिमल की टीम ने डॉग को रेस्क्यू किया। फिलहाल शेल्टर होम में डॉग सुरक्षित है। उसका उपचार भी कराया गया।
डॉग की कस्टडी लेने का प्रयास किया, नहीं लौटाया
विदिशा जिले के सिरोंज थाने में पदस्थ एएसआई मोहन लाल ने बताया- पपी को उनके भतीजे ने गिफ्ट किया था। जर्मन शेफर्ड ब्रीड का फीमेल पपी था। जिसे उन्होंने नीलबढ़ के विशाल नगर फेस-2 में स्थित अपने घर में रखा था।
पत्नी और बेटा उसे ट्रेंड करते थे। उसके साथ किसी प्रकार की क्रूरता नहीं की गई। सामने रहने वाले एक परिवार ने उनका वीडियो वायरल किया है।
उस परिवार से हमारी बनती नहीं थी। ऐसे में उन्होंने बदनाम करने की नीयत से वीडियो को वायरल किया है। एनजीओ के लोग जब घर पहुंचे थे, तब मैं वहां मौजूद नहीं था।
परिवार ने बिना किसी विरोध के पपी एनजीओ कर्मचारियों के सुपुर्द कर दिया था। यह पूरी घटना करीब 9 महीने पुरानी है। दो बार पपी को वापस लेने के प्रयास किए, लेकिन एनजीओ वाले गुमराह करते रहे हैं। अब तक पपी मुझे नहीं लौटाया है।