यूट्यूब से देखकर एएसपी की वर्दी सिलवाई, पहनना सीखा:भोपाल में थाने का निरीक्षण करने पहुंची युवती; बैचमेट्स के नाम पूछने पर पकड़ाई
एडिशनल एसपी की वर्दी पहनकर एक युवती थाने में घुस गई। उसे देखकर टीआई ने सैल्यूट ठोका। दूसरे पुलिसकर्मी भी सम्मान में खड़े हो गए। बातचीत के बीच युवती के लहजे और वर्दी में लगी नेमप्लेट देखकर टीआई को शक हुआ। उन्होंने युवती से बैच और बैचमेट्स के बारे में सवाल किए।
युवती ने खुद को 2018 बैच का डीएसपी बताया तो टीआई समझ गए कि युवती झूठ बोल रही है क्योंकि इस बैच का अभी प्रमोशन नहीं हुआ है। वह अपना पोस्टिंग वाला जिला भी नहीं बता पाई। टीआई ने सख्ती से पूछताछ की तो युवती ने सच उगल दिया। बताया कि परिजन को रुतबा दिखाने के लिए ऐसा किया। यूट्यूब पर देखकर इंदौर से वर्दी बनवाई और पहनने का तरीका सीखा।
मामला शुक्रवार शाम को भोपाल के टीटीनगर थाने का है। युवती के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उसे रात में ही जमानत देकर थाने से छोड़ दिया गया।
सफाई में कहा- मां को खुशी देने के लिए ऐसा किया
आरोपी शिवानी चौहान (24) एमआईजी रोड, इंदौर की रहने वाली है। पिता ड्राइवर और मां हाउस वाइफ हैं। शिवानी शुक्रवार दोपहर को मौसेरे भाई और भाभी के साथ न्यू मार्केट पहुंची। यहां घूमने के बाद भाई और भाभी से टीटी नगर थाने की तरफ इशारा किया और बोली- सामने मेरा ऑफिस है। आप शॉपिंग करो। मैं निरीक्षण कर आती हूं।
वह थाने के मेन गेट से एंटर होकर कैम्पस में बने एसीपी ऑफिस पहुंची। वहां से वापस थाने में आई और एक हेड कॉन्स्टेबल से बातचीत करते हुए रौब झाड़ने लगी। इतने में थाना प्रभारी सुनील भदौरिया केबिन से निकलकर आए। उन्होंने युवती से बातचीत की तो अंदाजा हो गया कि वह फर्जी अधिकारी बनकर आई है।
यू-ट्यूब देखकर वर्दी सिलाई, पहनने का तरीका सीखा भदौरिया ने पुलिस से जुड़े सवाल किए तो शिवानी घबरा गई। बोली, ‘मां की तबीयत बेहद खराब है। उन्हें खुशी देने के लिए उनके जीते जी सिलेक्शन होने और पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी लगने की फर्जी कहानी रची।’ शुक्रवार को इंदौर से भोपाल आई और भाई-भाभी को बताया कि वह नौकरी जॉइन कर चुकी है। दफ्तर टीटी नगर में है।
शिवानी ने पुलिस को बताया कि इंदौर में पुलिस कैंटीन के सामने एक स्टोर से पुलिस की वर्दी, बेल्ट और जूते खरीदे थे। वहीं से बैज भी बनवाया था। एडिशनल एसपी की वर्दी कैसी होती है, उस पर अशोक चिह्न और सितारे कितने होते हैं, कैसे लगाए जाते हैं…यह सब उसने यूट्यूब पर देखकर सीखा। इसी आधार पर वर्दी तैयार कराई थी।
घर में कहा-जॉइनिंग के लिए पीएचक्यू बुलाया गया शिवानी ने बताया कि वह एमपी पीएससी और यूपीएससी दे चुकी है लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद फर्जी अधिकारी बनने का आइडिया आया। ड्रेस पहनने का तरीका यू-ट्यूब पर ही देखा। शुक्रवार को नौकरी ज्वॉइन करने का कहकर भोपाल आई थी। घर में बताया था कि जॉइनिंग के लिए पीएचक्यू बुलाया गया है।