अतिथि शिक्षक महासंघ का प्रदर्शन शुरू
भोपाल के अंबेडकर मैदान पर अतिथि शिक्षकों ने महासंघ के बैनर तले प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शन में प्रदेश भर से अलग-अलग जिलों के अतिथि शिक्षक शामिल हुए हैं। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांग है कि उन्हें गुरुजियों की तरह डिपार्टमेंटल एग्जाम कराकर, सरकारी नौकरी में नियमित किया जाए। इसके अलावा बतौर अतिथि शिक्षक काम करने के दौरान अतिथि शिक्षकों के स्कोरकार्ड में प्रत्येक सत्र के लिए अधिकतम 10 अंक की पात्रता दी जाए
अंबेडकर मैदान में जुटे अतिथि शिक्षकों ने इससे पहले मांगों की पूर्ति के आदेश जारी नहीं होने पर सीएम हाउस का घेराव करने का ऐलान किया था। प्रदर्शनकारियों के अंबेडकर मैदान में बड़ी संख्या में जुटने के बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है। साथ ही प्रदर्शनकारियों को सीएम हाउस की ओर जाने से रोकने के लिए वाटर केनन और बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया है।
अतिथि शिक्षक महासंघ मध्यप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह परिहार ने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दो सितंबर 2023 को आयोजित अतिथि शिक्षक पंचायत में की गई घोषणाओं के आदेश जारी नहीं होने से प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक नाराज हैं। इसलिए आज हम को अपना भविष्य सुरक्षित करने भोपाल की सड़कों पर उतरेंगे। गौरतलब है कि अतिथि शिक्षकों की तिरंगा यात्रा पांच सितंबर शिक्षक दिवस को निर्धारित थी। मुख्यमंत्री मोहन यादव के पिताजी का देहांत होने से संगठन के पदाधिकारियों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने के उद्देश्य से तिरंगा यात्रा दस दिसंबर तक स्थगित कर दी थी।
पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद हजारों अतिथि शिक्षक हुए बेरोजगार महासंघ से केसी पवार ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री जी की घोषणानुसार किसी भी अतिथि शिक्षक को बेरोजगार नहीं किया जाएगा, पर उनकी घोषणा के बाद सीधी भर्ती प्रमोशन और ट्रांसफर से हजारों लोगों को बेरोजगार कर दिया है। गुरुजियों की भांति विभागीय परीक्षा लेकर नियमित करने के आदेश भी आज दिनांक तक नहीं हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी भी अतिथि शिक्षकों को न्याय दिलाने बीजेपी में आए थे आज भी उनकी ही सरकार है। पर सत्ता परिवर्तन के बाद भी अतिथि शिक्षकों के हालात नहीं बदले ।