मजदूर बाप के बेटे बनेंगे डॉक्टर, परिवार में खुशी की लहर
कौन कहता है आसमान में छेद नहीं होता, एक पत्थर तो कस के उछालो यारो….. यह शेर अब्दुल रऊफ खान के बेटों की मेहनत पर बखूबी जमता है। आपको बता दें कि विदिशा जिले की तहसील लटेरी के दामाद बैरसिया निवासी अब्दुल रऊफ खान पिता अब्दुल शकूर खान ने अपनी संतान दो बेटों को मेहनत मजदूरी कर पढ़ा कर डॉक्टर बनाने का सपना देखा जिनके सपनों में असली रंग भरे डीएस क्लासेस भोपाल के दुर्रानी सर ने और आखिर मेहनत रंग लाई नीट 2024 में बड़े बेटे सऊद ने 627 अंक हासिल किए वहीं छोटे बेटे ने 589 अंक हासिल किए दोनों बनेंगे परिवार के पहले डॉक्टर दोनों भतीजे को शुभकामनायें देते हुए GRP जवान चाचा मकसूद खान ने ऊपर वाले का दिया धन्यवाद।