20 वर्षों से फरार स्थाई वारंटी को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
अन्नू बना असलम फिर भी नहीं बच सका क्राइम ब्रांच भोपाल की गिरफ्त से
● आरोपी थाना सूखीसेवनिया से 20 वर्षो से गंभीर अपराधों में फरार ।
● बलात्कार के आरोपी ने सजा के डर से अपना नाम बदला अन्नू बना असलम
● आरोपी अपना नाम अनीस से असलम बनकर पहचान छुपाकर कर रहा था मजदूरी ।
● पुलिस को गुमराह कर आधार कार्ड में नाम बदलवाया पुलिस से बचने के लिये
● मंडीदीप से बनवाएं फर्जी आधार कार्ड की करेगी क्राइम ब्रांच
● अदालत में सुनवाई होने के बाद सजा के डर से हुआ गायब ।
● पहचान छुपाकर रुचि कंपनी में मजदूरी का काम करता था
● 2002 से थाना सूखीसेवनिया के अपराध क्र -118/2002 धारा 376 में था फरार ।
भोपाल दिनांक 11.12.2022- वरिष्ठ अधिकारियों एवं पुलिस उपायुक्त अपराध श्रीमान अमित कुमार एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन एवं सहायक पुलिस आयुक्त अपराध के दिशा निर्देशन में क्राइम ब्रांच की विशेष टीम द्वारा जो संपत्ति संबंधी अपराध की तलाश पतारसी मे थी । दिनांक 11/12/2022 को थाने से फरार आरोपियो की पतारसी एवं अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था । दौराने भ्रमण विश्वसनीय मुखबिर ने उपस्थित आकर सूचना दिया कि थाना सूखीसेवनिया के अपराध क्र -118/2002 धारा 376 भादवि में फरार आरोपी अन्नू उर्फ अनीस अपना नाम बदलकर बागसेवनिया झुग्गी में रहता है ।
मुखबिर द्वारा बताये हुलिये के स्थाई वारंटी की तलाश पतारसी किया जो अपने परिवार के साथ असलम खाँ पिता रहमान खाँ बेलदार के नाम से अपनी पहचान छुपाकर पुलिस को गुमराह कर रुचि कंपनी में मजदूरी का काम करता था । जिसे घेराबंदी कर पकड़ा । जिससे नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम पुलिस को गुमराह करने के लिये असलम खाँ पिता रहमान खाँ बेलदार बताया जिससे बारीकी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मैनें अपना आधार कार्ड भी इसी नाम से बना लिया है लेकिन पुलिस ने सूझबूझ से पूछताछ करने पर अपना नाम आरोपी अन्नू उर्फ अनीस उम्र 42 वर्ष निवासी ग्राम गढ़मुर्रा टपरा थाना सूखीसेवनिया का होना बताया ।
उक्त वारंट के संबंध में बारीकी से पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार किया बताया कि हाँ यह वारंट मेरा ही है में पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिये नाम बदलकर रह रहा था । जिसे गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश किया गया ।
कम करोआरोपी ने यह भी बताया कि अदालत से भागने के बाद सीधे ट्रेन पकड़कर बेंगलोर चला गया वहां पर खुली मजदूरी के रूप में जीविका गुजारी । परंतु किसी भी संस्थाएं दुकान में नौकरी देने से पहले कार्ड मांगते थे, कार्ड नहीं मिलने पर दुकानदारों और संस्थानों के द्वारा काम से बाहर निकाल दिया गया। मंडीदीप में अपने सुधार की मदद से उसी के पते पर दुकानदार से मिलकर आधार कार्ड दूसरे नाम से बनवा लिया । आधार पर नकली बनाकर उस पर अपना नाम असलम कर लिया ।आरोपी ने यह आधार कार्ड मंडीदीप से बनवाया है जो उसके रिश्तेदार के पते पर है जो शीतल सिटी मंडीदीप जिला रायसेन का है क्राइम ब्रांच इस बात की तस्दीक कर रही है कि किस सेंटर पर यह आधार कार्ड नकली बनवाया गया और किन दस्तावेजों किस व्यक्ति की मदद के आधार पर यह आधार कार्ड बनाया गया । जांच पूरी होने पर इस मामले में पृथक से क्राइम किया जा सकता है ।
सराहनीय भूमिका – थाना क्राइम ब्रांच के निरी अनूप कुमार उइके,सउनि प्यारेलाल, सउनि मुस्ताक खान, प्र. आर दिलीप बाक्सर, आरक्षक रोहित यादव, म.आर पूजा अग्रवाल, म.आर अनुराधा बधेल की सराहनीय भूमिका रही ।