भोपाल में DPI का क्लर्क रिश्वत लेते पकड़ाया
भोपाल लोकायुक्त की टीम ने लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) के क्लर्क को शुक्रवार की दोपहर को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते ट्रैप किया है। आरोपी एक शासकीय शिक्षक से ग्रामीण इलाके में ट्रांसफर कराने की धमकी देकर 80 हजार रुपए की मांग कर रहा था।
फरियादी के कहने पर वह रिश्वत की रकम को तीन बार में लेने के लिए तैयार हो गया था। इसकी शिकायत फरियादी शिक्षक ने लोकायुक्त में की। शिकायत की तस्दीक के बाद कार्रवाई की गई।
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक फरियादी विक्रम सिंह पचवारिया, जनशिक्षक शासकीय हाई स्कूल, परवलिया सड़क भोपाल में पदस्थ हैं। वह ग्राम मुगालिया हाट परवलिया सड़क पर ही रहते हैं।
पिछले दिनों उन्होंने लोकायुक्त को लिखित शिकायती आवेदन दिया था। इसमें बताया गया कि आरोपी विश्वराज सिंह बैस उर्फ विक्की बैस (44) सहायक ग्रेड-3 का कर्मचारी है।
कार्रवाई के बाद आरोपी क्लर्क से पंचनामा फार्म पर साइन कराती लोकायुक्त की टीम।
शिक्षा विभाग (विधि शाखा) लोक शिक्षण संचालनालय गौतम नगर ऑफिस में पदस्थ है। लंबे समय से ट्रांसफर कराने की धमकी देकर 80 हजार रुपए की मांग कर रहा था। शिकायत की तस्दीक की गई। जिसके बाद शुक्रवार की दोपहर को आरोपी को उसी के कार्यालय से रिश्वत की रकम 25 हजार रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
कॉल कर बुलाया था ऑफिस
मामले में लोकायुक्त ने एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी ने रिश्वत की रकम लेने फरियादी को शुक्रवार की दोपहर को लंच के बाद बुलाया था। इसके मुताबिक फरियादी लोकायुक्त की टीम के साथ रिश्वत की रकम देने पहुंचा। आरोपी द्वारा पैसा लेते ही उसे हिरासत में ले लिया गया।
शराब के नशे में धमकाता था अभद्रता करता था आरोपी
फरियादी ने विक्रम सिंह पचवारिया ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए बताया कि आरोपी शराब के नशे में कॉल कर अपशब्द कहता था। आए दिन कॉल कर धमकाता था। बात नहीं मानने पर शहर के बाहर भिजवाने की धमकी देता था। दस महीने तक आरोपी की करतूतों को सहता रहा। तंग आकर पिछले दिनों शिकायत की। शिकायत के बाद रंगे हाथ उसे ट्रैप कराया है।