नगरीय पुलिस भोपाल के 01 वर्ष की उपलब्धियों पर संक्षिप्त टीप
- 09 दिसंबर 2022 को नगरीय पुलिस भोपाल में पुलिस आयुक्त प्रणाली को 01 वर्ष पूर्ण हुआ है।
- आयुक्त प्रणाली में प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों को दुतगति व सर्तकतापूर्वक करते हुये लगभग 9500 व्यक्तियों को बाउडओव्हर किया गया वृहद स्तर पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही किये जाने के परिणामस्वरूप गंुडो द्वारा किये जाने वाले अपराधों में भारी कमी आई है। जहां वर्ष 2021 में गुंडो द्वारा लगभग 2500 अपराध किये गये वही इस वर्ष संख्या लगभग 1300 है।
3 जहां पुराने गंुडो के द्वारा की जाने वाली हरकतों में भारी गिरावट आई है वही नये गुंडो के पनपने पर भी रोक लगी है। जहां वर्ष 2021 में लगभग 600 नये गुंडे सामने आये थे वही वर्ष 2022 में यह संख्या आधे से कम (289) रह गई है।
4 वरिष्ठ अधिकारियों के बेहतर पर्यवेक्षण के कारण बरामदगी की दर में संपत्ति संबंधी अपराधो में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
5 नगरीय पुलिस भोपाल द्वारा गुम बच्चो उनके घर पहुॅचाने तथा माता-पिता/अभिभावकों से वापस मिलवाने में बहुत तेजी आयी है जहां वर्ष 2022 में मात्र 12 दिन में लापता बच्चो को ढूढ निकाला अभिभावकों की ‘मुस्कान‘ वापस लौटाई गई जबकि पूर्ववर्ती वर्षो मे यह अवधि 70 दिवस थी।
6 नगरीय पुलिस भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों के बेहतर पर्यवेक्षण व तकनीकी कौशल उन्नयन के सुखद परिणाम सामने आये है नगरीय पुलिस संरचना के कारण तकनीकी अपराधों में विशेषज्ञता व महारत हासिल हुई है। नये प्रकार के जटिल सायबर अपराधो जैसे आर्थिक अपराध, लोन ऐप अपराधो को सुलझाने में सफलता अर्जित की है। इस वर्ष नगरीय पुलिस भोपाल द्वारा अपराधियों से आम आदमी को लगभग तीगुनी राशि वापस कराई गई है।
- नगरीय पुलिस भोपाल द्वारा रात्रि काॅम्बिग गश्त में एक साथ लगभग 01 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मीयों द्वारा गंुडो तथा वारंटियों की धरपकड की गई जिसमें लगभग 2000 से ज्यादा गंुडो तथा वारंटियों को रात्रि में गिरफतार किया गया।
- पुलिस द्वारा संपत्ति संबंधी अपराधियों पर लगाम कसने के लिये उनकी थाना हाजिरी कराकर नवीन रिकार्ड हिस्ट्रीशीट तैयार की गई जिसमें 01 दिवस मे नगरीय पुलिस भोपाल के समस्त थानो द्वारा लगभग 1700 अपराधियों की पेशी का रिकार्ड तैयार कराया गया। इस वर्ष नगरीय पुलिस द्वारा चोरी गई संपत्ति की बरामदगी में 10 प्रतिशत की वृद्धि परिलक्षित हुई है।
- नगरीय पुलिस भोपाल द्वारा राजधानी में होने वाले प्रर्दशनों को सूक्ष्मता से विनियमित किया गया वलवा प्रदर्शनो में लगभग 31प्रतिशत की कमी आयी है, जिससे नगरीय क्षेत्र भोपाल का जनजीवन सर्वथा सामान्य बना रहा।
10 विक्षिप्त महिलाओं को मानसिक इलाज हेतु गृहो में सुरक्षित पहुॅचाया गया ताकि कोई असमाजिक तत्व इनका शोषण न कर सकें।
11 चिन्हित क्षेत्रों में अवयस्क बालिकाओं को मानव तस्करी से बचाने के लिये पहल की गई हैं।
12 “कैसी है आपकी पुलिस“ नवाचार योजना के अंतर्गत आम आदमी से आयुक्त कार्यालय में सीधे फीडबैक लिया जिससे नागरिकों को पुलिस सेवा में सुधार हुआ है। मानवाधिकारों का बेहतर संरक्षण किया गया जिससे मानव अधिकार अयोग में पुलिस विरूद्ध शिकायतों में लगभग 34 प्रतिशत की कमी आई है।
13 मानव संसाधन के बेहतर उपयोग व उनके उन्नयन के लिये ई-आॅफिस, माईक्रो बीट व एलएमएस की शुरूआत की गई।
14 पुलिस के अधि/कर्म. को तनाव मुक्त करने के लिये नयी परेड की शुरूआत की गई है जिसकें स्वास्थ्य परीक्षण, मनोवैज्ञानिक परीक्षण को समाहित किया गया है।
15 उर्जा डेस्क एवं स्टूडेट इंर्टन के माध्यम से स्कूली एवं बस्तियों की बच्चियों में सायबर अपराध एवं पास्कों एक्ट के संबंध में आवश्यक प्रचार प्रसार किया गया।