भोपाल के कृषि दफ्तर में ताला, छुट्टी पर स्टॉफ:सहायक संचालक पर केस का विरोध; सड़क पर उतरे कर्मचारी
भोपाल में कृषि विभाग के सहायक संचालक मनोज चौधरी पर एफआईआर के मामले ने सोमवार को नया मोड़ ले लिया। चौधरी के समर्थन और एफआईआर के विरोध में ऑफिस के सभी अधिकारी और कर्मचारी मैदान में उतर गए। इससे दफ्तर में ताले लटक रहे।
उनका कहना है कि सहायक संचालक बेकसूर है। उन पर झूठा केस दर्ज कराया गया है, इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच हो। मध्यप्रदेश कृषि अधिकारी संघ के बैनर तले अधिकारी-कर्मचारियों ने कमिश्नर और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपे। इनमें महिला कर्मचारी भी मौजूद थीं।
दूसरी ओर, उन्होंने सुबह से ही काम नहीं किया। इस कारण संभागीय ऑफिस में ताले लटके रहे। इस ऑफिस में कुल 19 अधिकारी-कर्मचारी हैं।
‘पहले भी आरोप लगा चुकी महिला कर्मचारी’ कमिश्नर और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अधिकारी-कर्मचारियों ने कहा कि सहायक संचालक चौधरी के विरुद्ध जिस महिला कर्मचारी ने शिकायत की, वह पहले भी इस तरह के आरोप लगा चुकी है। इससे ऑफिस के पुरुष कर्मचारी दहशत में है, क्योंकि वह किसी भी कर्मचारी पर केस दर्ज करा सकती है, इसलिए सामूहिक अवकाश लिया है।
‘एकतरफा कार्रवाई की गई, इसलिए निष्पक्ष जांच हो’
मप्र कृषि अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ. अजय कौशल ने कहा, हम महिलाओं का सम्मान करते हैं, लेकिन इस केस में जो कार्रवाई हुई है, वो एकतरफा और गलत है। अधिकारियों ने पूर्व में ही इसके प्रति पुलिस थाने में सूचना दे दी गई थी, लेकिन कोहेफिजा थाने के टीआई ने इस ओर ध्यान न देकर निष्पक्ष न होते हुए एकतरफा कार्रवाई की।
जिस महिला ने शिकायत की, वह पहले भी गलत आरोप लगा चुकी है। महिला के पति ने मीडिया में विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाकर विभाग की छवि धूमिल करने की कोशिश की है। इस प्रकार के कार्यों का हम विरोध करते हैं।
यह है पूरा मामला संयुक्त संचालक कृषि विभाग में पदस्थ सहायक संचालक चौधरी पर 8 नवंबर को विभाग की ही एक महिला कर्मचारी ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि अधिकारी ने उसे बैड टच किया। महिला की शिकायत पर कोहेफिजा थाना पुलिस ने सेक्शुअल हैरेसमेंट की धाराओं में केस दर्ज किया था।
एफआईआर के अनुसार, छेड़छाड़ की यह घटना शुक्रवार दोपहर में भोपाल कलेक्ट्रेट, पुराना सचिवालय के डी ब्लॉक की है। आरोप है कि कृषि विभाग के सहायक संचालक ने महिला कर्मचारी को ऑफिस की सीढ़ियों पर अकेला पाकर गंदी हरकत की थी।
मामले में कोहेफिजा पुलिस ने बीएनएस 2023 की धारा 74, 75 और 78 में मामला दर्ज किया है। महिला के पति के अनुसार मनोज चौधरी साल 2016 के पहले से यहां पदस्थ है और कई अन्य महिलाओं को भी वह इस तरह से परेशान कर चुका है।