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सीएम बोले, काम कराना है तो मन बड़ा करना होगा

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि उद्योगपति के प्रति सरकार की दृष्टि टेढ़ी होती है, इसे बदलना है। मैं इससे सहमत नहीं हूं। इसे सीधा करना चाहता हूं। मुझे सीधा करना अच्छा लगता है। सरकार को उद्योग और निवेश को आमंत्रित करना होगा और यह काम वे करना चाह रहे हैं। आप आइये, हमारी उद्योग पॉलिसी आपको बताई गई है पर पॉलिसी से भी आगे जाना है तो सरकार तैयार है। एमपी में उद्योगपतियों के लिए सरकार पलक पांवड़े बिछाने को तैयार है। सीएम ने कहा कि काम कराना है तो मन बड़ा करना पड़ेगा। इससे मार्ग निकलेगा। यहां के उद्योगपति जहां काम कर रहे हैं वहां जरूर कीजिए पर इसे रोकिए मत और आगे बढ़ाने के लिए एमपी आइए।

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कोलकाता में इंटरेक्टिव सेशन कार्यक्रम में निवेशकों और उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि एमपी से चलकर जब यहां आया तो देखा कि झीलों की नगरी और आपकी आनंद की नगरी में तालमेल है। सीएम यादव ने कहा कि मैं महाकाल की नगरी का हूं और यहां महाकाली हैं। महाकाली सृष्टि की रचयिता हैं। कोलकाता पर ईश्वर की कृपा है। स्वामी विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस यहीं से हैं जिन्होंने दुनिया को नई दिशा दी है। हम सब कर्म प्रधान देश के निवासी हैं और रामकृष्ण परमहंस ने कर्म का संदेश दिया। सीएम यादव ने कहा कि भारतीयों की युक्ति, उक्ति, क्षमता का उपयोग करने के लिए सुविधाएं चाहिए। इसके लिए शासन के अंब्रेला की अनुकूलता भी चाहिए।

हम जियो और जीने दो पर करते हैं विश्वास

सीएम यादव ने संबोधन में कहा कि सुशासन के लिए जानी जाती थी विक्रमादित्य की नगरी उज्जैन, इसलिए पुरुषार्थ और पराक्रम के लिए विक्रमादित्य को याद किया जाता है। दुनिया में एक मात्र देश भारत है जो अपनी संवत परिवर्तन कराता है। जियो और जीने दो पर विश्वास करते हैं। हर गरीब के घर में आनंद का सवेरा देखना चाहते हैं। पहले एमपी में जीआईएस एक ही शहर में होती थी, इसे बदलने का काम किया है। एमपी में कॉटन निकलकर पूरे देश में जाता है। रेडीमेड गारमेंट की सर्वाधिक संभावना एमपी में है। आपने कोयंबटूर में इंडस्ट्री लगाई है तो एमपी में भी इसके लिए आपको आमंत्रण देते हैं। एमपी सरकार इसके लिए पूरी तरह मदद को तैयार है। माइनिंग सेक्टर, एनर्जी और टूरिज्म सेक्टर समेत सभी सेक्टर में सरकार सहयोग करने को तैयार है। मैं तो काल की नगरी बाबा महाकाल की नगरी से आता हूं। समय का सदुपयोग कर और अच्छा करें।

कोलकाता से भोपाल, जबलपुर के लिए फ्लाइट मांगी उद्योगपति ने

एमपी बिरला ग्रुप के एमडी संदीप घोष ने कहा कि सत्तर साल पहले पहला सीमेंट प्लांट सतना में लगा था। सतना सीमेंट के नाम से बिरला सीमेंट जाना जाता था। इन सालों एमपी का जो ट्रांसफार्मेशन हुआ है वह देखने लायक है। चेंज विद कंटीन्यूटी के साथ हुए बदलाव का असर एमपी में देखने को मिलता है। रीवा में व्हाइट टाइगर और यूनिवर्सल केबिल प्लांट के लिए प्रसिद्ध है। मैहर में भी सीमेंट प्लांट लगाया है। सतना में बिरला अस्पताल के जरिये भी सेवाएं दी जा रही हैं। एमपी में पीएम आवास योजना में बड़ा काम हुआ है। इसमें सीमेंट का काफी उपयोग हुआ है। एमपी में काफी हाउस का हब है। कोलकाता से भोपाल, जबलपुर की कोई डायरेक्ट फ्लाइट नहीं है। इसे शुरू कराने के लिए पहल करने की जरूरत है।

पीएस राघवेंद्र ने दी उद्योग पालिसी की जानकारी

कोलकाता में इंटरेक्टिव सेशन में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र सिंह ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि एमपी में कॉपर, मैंगनीज समेत अन्य बहुमूल्य खनिज आसानी से उपलब्ध हैं। उन्होंने एमपी में अलग-अलग इंडस्ट्रियल एरिया और उसमें संचालित उद्योगों की जानकारी भी कोलकाता के निवेशकों को दी। इसके साथ ही उद्योग पालिसी की जानकारी देते हुए रोजगार सृजन की स्थिति में सब्सिडी दिए जाने के बारे में भी अवगत कराया गया। उन्होंने टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर, आईटी सेक्टर, फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं के बारे में भी सेशन में शामिल उद्योगपतियों को एमपी में निवेश की विशेषताओं से अवगत कराया। अलग-अलग सेक्टर मे दी जाने वाली सब्सिडी और बिजली में राहत की जानकारी देते हुए सिंह ने कहा कि रोजगार प्रशिक्षण में भी सब्सिडी दी जाती है।

एसीएस संजय ने कहा, एमपी में नो रिस्क बिजनेस

अपर मुख्य सचिव विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग संजय दुबे ने एमपी में आईटी और ईएसडीएम सेक्टर में किए जाने वाले निवेश की विशेषताओं की जानकारी दी। उन्होंने एमपी में मौजूद स्किल पॉवर की जानकारी दी। एमपी में 15 आईटी पार्क के बारे में बताते हुए कहा कि 50 हजार सुपर क्वालिफाइड स्किल पावर के बारे में बताया। दुबे ने कहा कि एमपी में नो रिस्क बिजनेस की स्थिति है। सात सालों से देश के स्वच्छतम शहर इंदौर और क्लीनेस्ट कैपिटल भोपाल की विशेषताओं की जानकारी देते हुए एसीएस दुबे ने कहा कि 1200 टेक्नालाजी स्टार्टअप यहां रजिस्टर्ड हैंं। महिला वर्करों की 24 घंटे उपलब्धता के बारे में भी इस सेशन में प्रजेंटेशन के दौरान जानकारी दी गई। पहले आओ पहले पाओ और ओपन टेंडर जिस भी तरीके से उद्योगपति इंडस्ट्री लगाने के लिए जमीन पाना चाहते हैं, उस रूप में यह उपलब्ध है। इस कार्यक्रम में एमएसएमई विभाग के सचिव नवनीत मोहन कोठारी और पर्यटन विभाग की अफसर विदिशा मुखर्जी ने एमएसएमई और पर्यटन क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से दी।

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