Corona Vaccination in Indore: कोवैक्सीन नहीं होने से स्कूलों में नहीं बन सके टीकाकरण केंद्र, फ्रंटलाइन वर्कर भी परेशान हुए
एक तरफ तो किशोरों के टीकाकरण में लापरवाही बरतने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है दूसरी तरफ टीके की कमी के चलते बुधवार को स्कूलों में टीकाकरण केंद्र नहीं बनाए जा सके। अन्य केंद्रों पर भी किशोरों को सिर्फ पहला टीका लगा सका। दूसरा टीका लगवाने के लिए किशोर भटकते रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में जरूर कुछ जगह किशोरों का टीकाकरण हुआ। बताया जा रहा है कि कोवैक्सीन टीका बहुत ही सीमित संख्या में आ रहा है। इस वजह से किशोरों के टीकाकरण के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्करों की सतर्कता डोज भी प्रभावित हो रही है। ज्यादातर स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्करों को पहले और दूसरे टीके के रूप में कोवैक्सीन ही लगाई गई थी। कोवैक्सीन की कमी के चलते वे सतर्कता डोज नहीं लगवा पा रहे। इधर सतर्कता डोज नहीं लगवाने वाले कर्मचारियों का वेतन जारी नहीं किया जा रहा है।
बुधवार को जिले में 207 सत्रों के माध्यम से 10797 टीके लगाए गए। कोवैक्सीन उपलब्ध नहीं होने की वजह से बुधवार को किशोरों के लिए एक भी टीकाकरण केंद्र नहीं बनाया गया था। इसके चलते शहरी क्षेत्रों में किशोरों को कोरोना का दूसरा टीका नहीं लगाया जा सका।
कुछ केंद्रों पर किशोरों के लिए पहला टीका लगाने की व्यवस्था थी। बताया जा रहा कि गुरुवार के लिए 12 हजार कोवैक्सीन टीके उपलब्ध हुए हैं। टीके की कमी को देखते हुए गुरुवार को सिर्फ 37 स्कूलों में ही टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। विभाग का जोर किशोरों को पहला टीका लगाने पर रहेगा। अन्य श्रेणी के लोगों के लिए भी सीमित संख्या में केंद्र बनाए गए हैं।
5371 को लगा दूसरा टीका
बुधवार को दो स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का दूसरा टीका लगा। इसके अलावा 589 स्वास्थ्यकर्मियों ने सतर्कता डोज भी लगवाई। इसी तरह 13 फ्रंटलाइन वर्करों ने पहला और चार ने दूसरा टीका लगवाया। 1188 फ्रंटलाइन वर्करों ने सतर्कता डोज भी लगवाई। बुधवार को 15 से 17 आयुवर्ग के 1123 किशोरों को पहला और 2816 ने दूसरा टीका लगवाया। 18 से 44 आयुवर्ग के 589 लोगों ने पहला और 2255 ने दूसरा टीका लगवाया। 45 से 60 आयुवर्ग के 31 लोगों ने पहला और 191 ने बुधवार को दूसरा टीका लगवाया। 60 से अधिक उम्र के 28 लोगों ने पहला, 103 ने दूसरा और 1865 ने सतर्कता डोज लगवाई ।