प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत अवैध ऑन लाइन सट्टा मटका के मामले में 1 करोड़ रु. से ज्यादा की संपत्तियां कुर्क की है। ये संपत्तियां मनोज मालवीय नामक व्यक्ति की है। वह लोकेश वर्मा और निखिल हलभवी उर्फ अजय रतन राजपूत के साथ मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी का संचालन करने में सक्रिय रूप से शामिल था।
दरअसल गुजरखेड़ा (महू) निवासी लोकेश ने इंदौर के सॉफ्टवेयर इंजीनियर मनोज मालवीय से मिलकर 10 लाख में धन गेम और धन कुबेर सट्टा एप बनवाया था। इसके बाद दोनों ने ऑनलाइन सट्टे का कारोबार शुरू किया।
नौकरी पर लड़कों को रखकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन मटका सट्टे का कारोबार फैला लिया। लोकेश और मनोज ने कई बड़े कारोबारियों को 2% कमीशन का लालच देकर सट्टे के कारोबार में शामिल किया। को-ऑपरेटिव बैंक में कई फर्जी खाते भी खोले। सट्टे के दम पर करोड़ों का साम्राज्य खड़ा किया।