इंदौर के कलानी नगर में हुए सचिन चोपड़ा हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के बाद आरोपी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था, जिसके आधार पर पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
जांच के दौरान ऑनलाइन डेटिंग ऐप का एंगल भी सामने आया था। आरोपी हत्या के बाद शहर से भाग गया था, लेकिन पुलिस टीम उसे पकड़कर इंदौर ले आई है।
डीसीपी विनोद मीणा की टीम ने हत्या के आरोपी रोहित (निवासी देवगुराड़िया) को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह और सचिन कपड़ों की ब्रोकरेज का काम करते थे। दोनों के बीच पैसों का लेन-देन था, लेकिन सचिन बार-बार पैसे लौटाने से बच रहा था। घटना की रात भी इसी बात को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद रोहित ने गला घोंटकर सचिन की हत्या कर दी।
हत्या के बाद फरार हुआ था आरोपी
हत्या के बाद रोहित पहले देवगुराड़िया गया, फिर वहां से शहर के बाहर भाग गया। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस कर उसे गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि पुलिस ने इस मामले में 250 के लगभग कैमरे खंगाले थे। पुलिस अफसरो ने जांच में यह भी बताया कि दो बार दोनो के बीच हत्या के पहले सबंध बने थे। रोहित मूलत उज्जैन का रहने वाला है। पूर्व में भोपाल में भी रह चुका है।
मुनाफे के नाम पर किया था निवेश
प्रारंभिक जांच में पता चला कि सचिन, रोहित को तीन साल से पहचानता है, मुनाफा दिलाने का भरोसा देकर बाजार में पैसा इन्वेस्ट कराया था। रोहित ने काफी रकम लगाई थी और उसे पैसों की जरूरत थी। वह सचिन से लगातार अपने पैसे मांग रहा था, लेकिन सचिन टाल-मटोल कर रहा था। दो दिन तक रोहित लगातार कलानी नगर स्थित सचिन के घर आता-जाता रहा। घटना वाली रात भी दोनों के बीच पैसे को लेकर झगड़ा हुआ, जिसके बाद रोहित ने सचिन की हत्या कर दी।
मां ने सबसे पहले देखा शव
घटना के तीन दिन पहले सुबह सचिन की मां अंगूरीबाला उसे जगाने पहुंची थीं, लेकिन कोई हलचल नहीं होने पर उन्होंने अपने दामाद राकेश शाह को सूचना दी। राकेश ने डॉक्टर बुलाया, लेकिन जांच में सचिन मृत पाया गया।
इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई, जिसके बाद पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच शुरू की थी।
पुलिस अब आरोपी से आगे की पूछताछ कर रही है और मामले की जांच जारी है।