भोपाल-इंदौर में ₹35 में 1 किलो प्याज बेच रही सरकार
भोपाल में प्याज के रेट अक्टूबर में 50 से 60 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। आने वाले दिनों में प्याज और महंगा होगा। इस महंगाई से राहत देने के लिए नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया (NCCF) 35 रुपए में 1 किलो प्याज बेच रहा है। भोपाल और इंदौर में इसकी शुरुआत भी हो गई है। शर्त यह है कि 1 ग्राहक को एक बार में सिर्फ 2 किलो प्याज ही मिलेगा।
मध्यप्रदेश में एनसीसीएफ ने प्याज की अच्छी खरीदी की है, जो अब ग्राहकों को सस्ते रेट में बेचा जा रहा है। शाखा प्रबंधक अपर्णा सिंह ने बताया, भोपाल और इंदौर में सस्ते में प्याज बेचने की शुरुआत कर दी है। बाकी के शहरों में भी प्याज बेचने का प्लान है।
भोपाल में इन जगहों पर बेच रहे प्याज एनसीसीएफ ने सस्ती प्याज के लिए अरेरा हिल्स, 10 नंबर मार्केट, एमपी नगर समेत 5 जगह स्टॉल लगाए हैं। वहीं, 11 नंबर बस स्टॉप के पास अरेरा कॉलोनी स्थित ऑफिस के सामने भी स्टॉल लगाया है। यहां वैन के जरिए प्याज पहुंचाया जा रहा है। तीन दिन में 200 क्विंटल से ज्यादा प्याज बिक चुका है।
इंदौर में भी चलित स्टॉल इंदौर में भी चलित स्टॉल लगाए गए हैं। यानी, वैन घूमकर लोगों को सस्ते में प्याज उपलब्ध करवा रही है। अगले कुछ दिनों में जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में इसकी शुरुआत हो सकती है।
थोक में 30-35 रुपए तक पहुंचा प्याज भोपाल की करोंद सब्जी मंडी में प्याज के थोक भाव 30 से 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं, जबकि फुटकर में यह 50 रुपए किलो है। अच्छी क्वालिटी का प्याज और भी महंगा है। करोंद मंडी सब्जी व्यापारी संघ के अध्यक्ष मोहम्मद नसीम ने बताया कि अभी महाराष्ट्र समेत अन्य राज्य से प्याज की आवक कम है। कई जगहों पर नई फसल बारिश की वजह से खराब हो गई। नई फसल की अच्छी आवक आने तक प्याज महंगा ही रहेगा।
महंगाई से राहत देने के लिए उठाया कदम एनसीसीएफ अफसरों के अनुसार, भोपाल और इंदौर में लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए 35 रुपए किलो के हिसाब से प्याज दे रहे हैं। महंगाई कंट्रोल करने सरकार और एनसीसीएफ जुटे हुए हैं। बाजार में रेट घटने तक सस्ती प्याज उपलब्ध करवाई जाएगी। पिछले साल 25 रुपए किलो में बेची गई थी। अबकी बार रेट 10 रुपए तक बढ़ाए गए हैं।
आटे से लेकर दाल तक सस्ते में देता है एनसीसीएफ एनसीसीएफ आटे से लेकर दाल तक सस्ते में ग्राहकों को उपलब्ध करवाता है। पिछले साल गेहूं का आटा प्रति किलो 27.50 रुपए पर बेचा गया। वहीं, चना और तुअर की दाल भी बेची गई।