नाबालिक से गलत काम करने वाले आरोपी चढ़े कटारा हिल्स पुलिस के हत्थे
नाबालिग लड़की को ले जाकर गलत काम करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे समाज में एक बार फिर से सुरक्षा और न्याय की उम्मीद जागी है। इस मामले की शुरुआत 08 जनवरी 2024 को हुई जब फरियादी फूलवती वड़ोदिया, जोकि स्व. फूलचंद वड़ोदिया की पत्नी हैं, ने अपनी बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। उनकी उम्र 38 वर्ष है और वे धमासा डोलरिया, नर्मदापुरम में निवास करती हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि अज्ञात आरोपियों ने उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण किया है। इस रिपोर्ट के आधार पर थाना में अपराध क्रमांक 03/24 धारा 363 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया और विवेचना की प्रक्रिया शुरू की गई।
थाना प्रभारी उप निरीक्षक बिजेन्द्र निगम ने इस गंभीर मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया। इस टीम ने तकनीकी मदद का सहारा लेते हुए अपहृत बालिका और संदिग्ध आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम की मेहनत रंग लाई और अपहृत बालिका को जल्द ही दस्तयाब कर लिया गया। पूछताछ के दौरान लड़की ने बताया कि उसे आकांक्षा राजपूत ने हरियाणा ले जाकर रखा था। वहां पर मनोज वर्मा नामक व्यक्ति ने सूरज और अपहृत बालिका को अपने साथ रखा।
आगे की जांच में पता चला कि आरोपियों आकांक्षा, मनोज वर्मा और सूरज ने अपहृत बालिका को जिला कैथल, हरियाणा में रखा और वहां से कुरावर आकर सूरज के साथ उसकी शादी करवाई। शादी के बाद, ये सभी आरोपी फिर से हरियाणा गए और मनोज वर्मा, आकांक्षा राजपूत और सूरज ने उसे अपने साथ रखकर कैथल से मोरबी, गुजरात ले जाने की योजना बनाई। मोरबी में कुछ समय बिताने के बाद, ये लोग कैथल, हरियाणा लौट आए और वहां रुके रहने की जानकारी दी।
अपहृता द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, आरोपी सूरज मेहरा, जोकि स्व. राजू मेहरा का बेटा है और 21 साल का है, को भोपाल स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। वह दक्षिण भारत भागने की योजना बना रहा था। इसके साथ ही, आरोपी आकांक्षा, जोकि दीपक राजपूत की पत्नी है और 21 वर्ष की है, तथा मनोज वर्मा, जोकि स्व. रमेश वर्मा का बेटा है और 21 साल का है, को जिला कैथल, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया।
सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है, जहां उनकी आगे की सुनवाई होगी। इस मामले ने न केवल स्थानीय पुलिस की तत्परता को उजागर किया है, बल्कि समाज में नाबालिग बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी कार्य किया है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और सख्त कानूनी कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।