Magh Purnima 2022 : शादी में रुकावट आ रही हो तो माघी पूर्णिमा पर करें ये उपाय
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा बुधवार को आ रही है। इस दिन शिप्रा में पर्व स्नान का विशेष महत्व है। दान पुण्य तथा मांगलिक कार्यों में अनुष्ठान के लिए भी पूर्णिमा तिथि महाफलदायी मानी गई है। धर्मशास्त्र के जानकारों के अनुसार इस दिन हर प्रकार के शुभ मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। वहीं अगर विवाह आदि मांगलिक कार्यों में रुकावट आ रही है तो यह दिन खास है। कुछ उपायों से बाधाओं का निवारण किया जा सकता है।
ज्योतिर्विद पं.आनंदशंकर व्यास के अनुसार माघी पूर्णिमा बुधवार को अश्लेषा नक्षत्र, शोभन योग के साथ आ रही है। धर्मकर्म के कार्यों में इस योग व नक्षत्र का विशेष महत्व है। माघ मास में जो श्रद्धालु तीर्थ स्नान व दान पुण्य नहीं कर पाए हैं, वे पूर्णिमा तिथि का लाभ धार्मिक कार्यों के लिए ले सकते हैं। विशेष यह है कि पूर्णिमा पर स्नान, दान से पूरे माह का पुण्य फल प्राप्त होता है।
शोभन योग विशिष्ट श्रेणी में
पं.व्यास के अनुसार 27 नक्षत्रों में आने वाला शोभन योग विशिष्ट श्रेणी में आता है। शोभन योग के स्वामी बृहस्पति हैं। बृहस्पति के स्वामित्व वाली यह पूर्णिमा तिथि भगवान विष्णु तथा भगवान बृहस्पति की आराधना के लिए विशेष है।
व्रत रखें, बृहस्पति को ये चीजें करें अर्पित
धर्म शास्त्र के जानकारों के अनुसार अगर कन्याओं के विवाह में परेशानी आ रही है, वे इस दिन व्रत रखकर भगवान बृहस्पति की पूजा अर्चना करें। संभव हो तो अनुष्ठान करें तो विवाह के शीघ्र योग बनेंगे। बृहस्पति को चने की दाल, पीला वस्त्र, खड़ी हल्दी की गांठ अर्पित करने से भी वे शीघ्र प्रसन्न् होते हैं तथा विवाह आदि मांगलिक कार्यों के योग बनाते हैं।