कल हो सकता है मोहन मंत्रिमंडल का विस्तार
मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव मंत्रिमंडल का विस्तार कल यानी सोमवार को हो सकता है। इसमें कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए रामनिवास रावत मंंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, राजभवन में सुबह 9 बजे शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।
रावत के अलावा अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार कमलेश शाह को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की भोपाल में हो रही बैठक के बाद आज देर शाम लिया जाएगा।
फिलहाल प्रदेश मंत्रिमंडल में 4 पद खाली हैं, जिन्हें भरा जाना है। वर्तमान में डॉ. मोहन सरकार में 30 मंत्री हैं। मंत्रिमंंडल में अधिकतम 34 मंत्री हो सकते हैं। रावत को मंत्रिमंडल में शामिल होने से पहले विधानसभा की सदस्यता छोड़नी होगी।
शाह 29 मार्च को, रावत 30 अप्रैल को बीजेपी में आए थे
श्योपुर की विजयपुर सीट से 6 बार के विधायक रामनिवास रावत ने 30 अप्रैल 2024 को कांग्रेस छोड़ी थी। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और बीजेपी जॉइनिंग टोली के मुखिया नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में श्योपुर के एक कार्यक्रम में बीजेपी की सदस्यता ली थी।
वहीं, छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा से विधायक रहे कमलेश शाह ने 29 मार्च 2024 को विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा जॉइन की थी। उन्होंने सीएम हाउस में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने बीजेपी की सदस्यता ली थी। शाह 2023 में तीसरी बार विधायक चुने गए थे।
श्योपुर के एक राजनीतिक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रामनिवास रावत को बीजेपी की सदस्यता दिलाई थी।
कमलेश शाह की सीट अमरवाड़ा में 10 जुलाई को मतदान
कमलनाथ के खास रहे कमलेश शाह ने बीजेपी जॉइन करने के साथ ही विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के चलते अमरवाड़ा विधानसभा का उपचुनाव भी हो रहा है। इसके लिए 10 जुलाई को मतदान और 13 जुलाई को मतगणना होगी।
इस सीट से कांग्रेस ने धीरन शाह इनवाती को प्रत्याशी बनाया है। धीरन शाह आंचलकुंड दरबार के सेवक सुखराम दादा के बेटे हैं। वहीं, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने यहां से अपने युवा चेहरे देवीराम उर्फ देव रावेन भलावी पर फिर दांव लगाया है।
अमरवाड़ा आदिवासी बहुल सीट है। यहां आदिवासियों का हर्रई राजघराना, गोंगपा और आंचल कुंडधाम तीनों से जुड़ाव है। ऐसे में ये चुनाव दिलचस्प हो गया है।