आज परिवार समेत अयोध्या दर्शन पर MP कैबिनेट
CM बोले- धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग को जोड़ेंगे; धर्मशालाएं बनाएंगे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य सपत्नीक सोमवार को अयोध्या के लिए रवाना हुए। सभी राजाभोज एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिए अयोध्या जाकर शाम 4 बजे तक वापस लौटेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक की।
उन्होंने कहा, ‘मंत्री परिषद की अगली बैठक में मंत्री मंडलीय उप समिति बनाकर धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग को जोड़ा जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित देवस्थानों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय क्षेत्र के देवस्थानों के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग भी इसमें शामिल रहेंगे। सभी विभाग देवस्थानों के विकास के लिए कार्ययोजना बनाकर इनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।’
CM ने कहा, ‘राज्य शासन का उद्देश्य है कि मंदिर, देवस्थान के साथ सामाजिक चेतना और समरसता का भी केंद्र बनें। मंदिरों में सामूहिक विवाह जैसे सामाजिक कार्य संपन्न हों। अयोध्या धाम सहित प्रदेश के अंदर और प्रदेश के बाहर स्थित प्रमुख देवस्थानों में राज्य सरकार द्वारा धर्मशालाएं विकसित करने की दिशा में पहल की जाएगी। दूसरे राज्य की सरकारों को भी मध्यप्रदेश स्थित देवालयों में उनके राज्य की तरफ से धर्मशालाएं विकसित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।’
जगह मिलेगी, तो अयोध्या में मप्र भवन बनाएंगे
इससे पहले मुख्यमंत्री ने शनिवार को उज्जैन में कहा था, ‘हमारी मंशा है कि अगर उचित जगह मिल जाएगी तो मध्यप्रदेश से जाने वाले लोगों के लिए मप्र भवन का निर्माण भी अयोध्या में कराया जाएगा। सरयू नदी के किनारे सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर घाट बनाने का काम भी किया जाएगा।’
CM ने कहा- फरवरी में लिया था अयोध्या जाने का निर्णय
मुख्यमंत्री रविवार को लखनऊ (यूपी) दौरे पर थे। वहां से भोपाल लौटने के बाद उन्होंने कहा था, ‘भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के जन्म स्थान और बाबा विश्वनाथ के पवित्र धाम में आनंद से सराबोर होकर लौटा हूं। फरवरी में अयोध्या में अधिक भीड़ होने और अन्य व्यस्तताओं के कारण मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्यों ने मार्च में अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन करने जाने का निर्णय लिया था। यह हमारी श्रद्धा है, हम सनातन संस्कृति को मानने वाले भी हैं। हमारी आस्था का केंद्र आज जब सबकी श्रद्धा के रूप में उभरकर सामने आया है, तो स्वाभाविक रूप से सबकी भावना भी जुड़ गई है।’