इंदौर में 7 लोगों को जिंदा जलाने वाले का कबूलनामा:बोला- लड़की की बेवफाई से परेशान था
इंदौर की स्वर्ण बाग कॉलोनी की मल्टी में आग लगाने के आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित को पुलिस ने शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। इस अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हो गई थी। पकड़े जाने के बाद आरोपी ने इस वारदात को अंजाम देना कबूल किया। उसने बताया कि वो मल्टी में रहने वाली एक युवती से प्यार करता था। उसी से विवाद के चलते उसने गाड़ी में आग लगाई थी। पुलिस से बचकर भागने के चक्कर में उसके हाथ-पैर भी टूट गए। जिसके बाद पुलिस उसे घायल हालत में देर रात एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची।आरोपी ने पुलिस को बताया, ‘मैं सना नाम की लड़की से बहुत परेशान हो गया था। उसने मेरे साथ बहुत गलत किया। उसने मुझसे खूब खर्चा करवाया। मैंने उसे हमेशा पैसे दिए हैं, कभी मांगे नहीं। वो हमेशा किसी ना किसी बात के लिए पैसे मांगती थी। कभी कुछ दिला दो, कभी कुछ दिला दो। बाद में पता चला, वो बेवकूफ बना रही है। कई लोगों के साथ लगी हुई है। मैंने सोचा कभी उससे बात नहीं करूंगा, तो वो मेरे पीछे ही पड़ गई। मैं तो सिर्फ उसकी गाड़ी की सीट जलाना चाहता था। सोचा था उसके बाद सब खत्म कर दूंगा। मुझे नहीं पता था कि इतना बड़ा कुछ हो जाएगा।”मुझे शनिवार सुबह इस बारे में तब पता चला, जब उसी लड़की का फोन आया। उसने बताया कि मल्टी में आग लग गई है। मैं दिनभर घर पर ही रहा। शाम को पता चला कि टीवी में भी आ गया है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि मैं क्या करूं। फिर एक दोस्त से बात की, मैंने उससे कहा कि मैं सरेंडर कर दूंगा।’इस बारे में थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि आरोपी का मोबाइल रात 9:00 बजे तक चालू था। और वह लगातार अपने दोस्त से बात कर रहा था जिसकी लोकेशन ट्रैक करके आरोपी संजय दीक्षित को पुलिस ने लसूड़िया इलाके के निरंजनपुर चौराहे के समीप से गिरफ्तार कर लिया। घटना के CCTV फुटेज मिलने के बाद यह साफ हो गया था कि किसी सफेद शर्ट वाले युवक ने गाड़ियों में आग लगाई है।