मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर राजनांदगांव के जंगलों में नक्सलियों से हुई मुठभेड में एमपी हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा शहीद हो गए हैं। आशीष शर्मा नरसिंहपुर जिले के बोहानी के रहने वाले हैं। 2016 बैच के प्लाटून कमांडर हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शर्मा को श्रद्धांजलि दी है।
मीडिया रिपार्ट्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ के बोरतलाव इलाके से सटे कंघुर्रा के जंगलों में गोलाबारी हो रही थी। इसी दौरान एमपी के इंस्पेक्टर को गोली लगी और वे शहीद हो गए। कंघुर्रा के जंगलों में नक्सलियों की एमपी-छत्तीसगढ़ के सुरक्षाबल की जॉइंट टीम नक्सल विरोधी ऑपरेशन पर निकली थी।
एमपी-महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर नक्सलियों के होने की सूचना मिलने के बाद ऑपरेशन शुरु किया गया। इस दौरान नक्सलियों से जैसे ही आमना-सामना हुआ दोनों तरफ से गोलाबारी शुरु हो गई। इस दौरान इंस्पेक्टर को गोली लगी। उन्हें डोंगरगढ़ अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
CM ने दी श्रद्धांजलि
सीएम डॉ. मोहन यादव ने आशीष शर्मा को X पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- आज मप्र हॉक फोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा नक्सलियों से मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। मैं उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की संयुक्त टीम द्वारा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के जंगलों में नक्सल विरोधी ऑपरेशन के दौरान उन्होंने अभूतपूर्व वीरता और साहस का प्रदर्शन किया।नक्सल उन्मूलन के राष्ट्रीय अभियान में उनका सर्वोच्च बलिदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। उन्हें पूर्व में कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस, असाधारण बहादुरी प्रदर्शित करने के लिए दो बार भारत सरकार द्वारा वीरता पदक से सम्मानित किया गया था।




