सागर में देवरी नगर पालिका की अध्यक्ष नेहा जैन को पद से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ जांच में वित्तीय अनियमितताएं पाई गई हैं। जिस पर नेहा अलकेश जैन को अध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश जारी किया गया है। यह आदेश मप्र नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अपर सचिव शिवराज सिंह वर्मा ने सोमवार को जारी किया है।
नेहा जैन भाजपा की टिकट पर पार्षद का चुनाव जीतकर देवरी नगर पालिका की अध्यक्ष बनी थीं। कार्यकाल के दौरान भाजपा के ही पार्षदों ने उन पर नगर पालिका के कार्यों में भ्रष्टाचार और अन्य अनियमितताएं करने का आरोप लगाया था। वे लगातार अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग कर रहे थे।
इसके साथ ही उनके खिलाफ भाजपा के पार्षद अविश्वास प्रस्ताव लाए थे। इसी मामले में भाजपा से देवरी विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने भी सरकार स्तर पर शिकायत की थी। साथ ही विधानसभा में मुद्दा उठाकर कार्रवाई करने की बात कही थी।
जांच में तीन आरोप सही पाए गए
देवरी नगर पालिका की अध्यक्ष नेहा जैन पर लगे आरोपों की विभाग ने जांच कराई थी। जांच में अध्यक्ष नेहा जैन ने बगैर अनुमति व बगैर अधिकार के स्वयं के अनुमोदन से मस्टर पर 13 कर्मचारी और 2 ऑपरेटर की भर्ती की थी। यह आरोप सही पाया गया। इसके अलावा रैन बसेरा समेत अन्य स्थानों पर एसी खरीदी में अनियमितता मिली।
प्रेसिडेंट इन काउंसिल को भी गलत तरीके से भंग किया गया था। मामले में विभाग ने जांच के दौरान अध्यक्ष नेहा जैन का भी पक्ष सुना। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
अध्यक्ष के खिलाफ थे भाजपा के 9 पार्षद नगर पालिका देवरी में कुल 15 पार्षद हैं। जिनमें से 14 पार्षद भाजपा के है। जिनमें से 9 पार्षद अपनी ही पार्टी की अध्यक्ष के खिलाफ थे। अध्यक्ष की कार्यप्रणाली को लेकर पार्षदों ने आंदोलन किए और धरना दिया। कलेक्टर से लेकर भोपाल तक मामले में शिकायत की थी।