भोपाल में दो हजार के नोट बदलवाने में नया मोड़:जिन लोगों ने नोट बदलाए, RBI ने उनके नाम देने से पुलिस को किया इनकार
गुलाबी नोट वाली गैंग का ट्रेस होना मुश्किल है। आरबीआई ने 2 हजार रुपए के नोट बदलवाने वालों की सूची पुलिस को देने से इंकार कर दिया है। आरबीआई ने नियमों का हवाला देकर डीसीपी स्तर के अधिकारी को जानकारी देने में असमर्थता जताई है। पुलिस खाली हाथ है। अब उसके सामने ऐसे लोगों की पहचान करना मुश्किल हो गया है। पुलिस को जिन संदिग्धों की तलाश है, उनके घरों पर ताले हैं। आसपास के लोग कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।
गिरोह की पकड़ के लिए पुलिस ने सूचना तंत्र सक्रिय करने के साथ निगरानी बढ़ा दी है। डीसीपी जोन-2 संजय अग्रवाल ने बताया कि नियमों का हवाला देकर पुलिस को सूची नहीं दी गई है। पुलिस अपने स्तर पर जानकारी जुटा रही है। दैनिक भास्कर के 21 नवंबर के अंक में ‘झुग्गियों में खत्म नहीं हो रहे 2 हजार के नोट, एक साल से रोज नोट बदलने आरबीआई पहुंच रही 200 महिलाएं’ शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी।
इसमें खुलासा किया गया था कि किस तरह गिरोह कमीशन बेस पर बस्ती में रहने वालों की मदद से 2 हजार के नोट बदलवा रहा है। अगले ही दिन मामला गरमाया। आरबीआई पर अधिकारियों की कतार लगी, लेकिन कार्रवाई के मामले में अब तक नतीजा शून्य रहा है।
एक साल से रोज 40 लाख रुपए के नोट बदलवा रहा गैंग…
नियम का हवाला- RBI ने कहा, 10 नोट बदल सकते हैं
पुलिस ने जब आरबीआई से जानकारी मांगी तो आरबीआई ने पुलिस को तर्क दिया है कि नियमानुसार एक व्यक्ति 2 हजार के 10 नोट बदलवा सकता है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। अब पुलिस के लिए मुश्किल यह है कि पिछले एक साल में कितने लोग,कितनी बार नोट बदलवाने पहुंचे। यह जानकारी उसके पास नहीं है। पुलिस के सामने जो चुनिंदा नाम हैं, उन्हें ट्रेस करने का कोई सिरा उसके पास नहीं है।
200 महिला-पुरुष रोज लाइन में लग रहे थे... केंद्र सरकार ने 19 मई 2023 को 2 हजार के नोट चलन से बाहर करने का ऐलान किया था। 30 सितंबर 2023 तक यह नोट बैंक में बदलवाए जा सकते थे। इसके बाद आरबीआई की चुनिंदा शाखाओं में नोट बदलवा सकते थे। भोपाल में आरबीआई भवन के पीछे स्थित राजीव नगर बस्ती में यह नोट खत्म ही नहीं हो रहे। खबर प्रकाशित होने से पहले रोजाना 200 महिला-पुरुष 2 हजार के नोट बदलवाने घंटों लाइन में लग रहे थे।
10 नोट बदलने पर 200 रुपए कमीशन
यह जानकारी सामने आई थी कि एक साल से आरबीआई में रोजाना 40 लाख रुपए के नोट बदलवाए जा रहे हैं। 10 नोट बदलवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कमीशन के रूप में 200 रुपए दिए जा रहे थे। गिरोह के एजेंट को रोज 40 लाख रुपए के नोट बदलवाने का टारगेट मिल रहा था।