उज्जैन लोकायुक्त टीम ने मंगलवार दोपहर रतलाम ग्रामीण तहसील कार्यालय में पटवारी को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी पटवारी यशवर्धन शर्मा ने एक बीघा जमीन के नक्शा बंटवारे के बदले 25 हजार रुपए की मांग की थी, जिसकी शिकायत पर यह कार्रवाई की गई।
पटवारी 2 हजार रुपए पहले ले चुका था। बाकी के 8 हजार रुपए लेते समय टीम ने उसे मीटिंग हॉल में दबोच लिया।
8 दिन से नजर रखी जा रही थी लोकायुक्त इंस्पेक्टर दीपक शेजवार के अनुसार, रोजड़का निवासी जितेंद्रसिंह चावड़ा ने शिकायत की थी कि उसने अपने रिश्तेदार को जमीन दिलाई थी, जिसमें बंटाकन कराना था। इसके लिए पटवारी यशवर्धन शर्मा ने 25 हजार रुपए मांगे थे। 23 मई को उज्जैन लोकायुक्त एसपी को शिकायत की गई। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद प्लान के अनुसार आरोपी को पकड़ने की तैयारी की गई।

मीटिंग हॉल में रिश्वत लेते पकड़ाया मंगलवार दोपहर शिकायतकर्ता नकली ग्राहक बनकर तहसील कार्यालय के मीटिंग हॉल पहुंचा, जहां पटवारी बैठा था। उसने इशारे से 8 हजार रुपए अपनी शर्ट की जेब में रखवाए और फिर हाथ में ले लिए। तभी पहले से मौजूद लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।
शिकायतकर्ता ने कहा- तहसीलदार तक जाता है पैसा शिकायतकर्ता का कहना है कि पटवारी बीते 8 दिनों से टालमटोल कर रहा था। मंगलवार को पैसे लेने बुलाया और खुद कहा कि नक्शा बंटवारे के पैसे तहसीलदार को देने पड़ते हैं। उसने पहले 2 हजार रुपए ले लिए थे, फिर शेष 8 हजार रुपए लेने आया और पकड़ा गया।
आरोपी पटवारी पर FIR दर्ज टीम ने आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज की है। गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ की जा रही है। कार्रवाई में डीएसपी राजेश पाठक, इंस्पेक्टर दीपक शेजवार, कॉन्स्टेबल अनिल अटोलिया, इसरार खान और उमेश जाटव शामिल रहे।