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Ragging in DAVV Indore: डीएवीवी आइइटी में सीनियर छात्र करते हैं परेशान, यूजीसी को रैगिंग की शिकायत

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (आइईटी) के छात्र ने रैगिंग की शिकायत की है। उसने होस्टल में रहने वाले सीनियर छात्रों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। मामले में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई है। यूजीसी ने इसके बारे में भंवरकुआं थाने को भी सूचना दी। जबकि आइईटी ने बुधवार को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई है। दो साल बाद विश्वविद्यालय में कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं।

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महज तीन महीने के भीतर ही आइईटी में रैगिंग की घटना सामने आई है। बीई कर रहे एक जूनियर छात्र ने होस्टल में रहने वाले कुछ सीनियर छात्रों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। निदेशक डा. संजीव टोकेकर ने कहा कि शिकायत के बाद एंटी रैगिंग कमेटी बुलाई है, जिसमें पीड़ित छात्र से पूरे मामले की जानकारी ली जाएगी। यहां तक सीनियर छात्रों से भी पूछताछ करेंगे।

पहले भी हुई रैगिंग

आइईटी में रैगिंग को लेकर यह कोई पहला मामला नहीं है। इसे पहले भी होस्टल में रहने वाले आइईटी के विद्यार्थियों ने रैगिंग की शिकायत की है। 2018 में रैगिंग से जुड़े एक मामले में 15 छात्रों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया था। 2019 में भी रैगिंग की शिकायत हुई, जांच के बाद शिकायत झूठी पाई गई।

रैगिंग के लिए चलते हैं कोडवर्ड

हास्टलों में रैगिंग के लिए कोडवर्ड भी चलते हैं। ये कोडवर्ड दो प्रकार के होते हैं बैच इन और बैच आउट। बैच इन वाले विद्यार्थी अपने सीनियर के साथ रहना पसंद करते हैं। सीनियर जो काम बोलते हैं वह उन्हें करके देना होता है। हालांकि सीनियर समय आने पर इन विद्यार्थियों की मदद भी करते हैं। वहीं बैच आउट वालों से सीनियर बात नहीं करते। वो उनका पूरा बहिष्कार करते हैं। उनका किसी मामले में सहयोग नहीं किया जाता।

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