भोपाल पुलिस की महिला आरक्षक के साथ लेफ्टिनेंट कर्नल द्वारा रेप के मामले में पीड़िता के बयानों में बड़ा खुलासा हुआ है। फरियादी ने पुलिस को बताया कि आरोपी उससे रिंग सेरेमनी कर चुका था। इस कार्यक्रम में उसके कई रिश्तेदार शामिल हुए थे। तब महिला को भरोसा हो चुका था कि आरोपी उससे शादी करेगा, इसके बाद आरोपी ने कई बार उसके साथ संबंध बनाए।
अचानक पीड़िता को आरोपी के शादीशुदा होने की जानकारी मिली। इस संबंध में आरोपी से बात की तो उसने पत्नी के चरित्र पर सवाल खड़े किए। यहां तक की अपने बेटे को भी स्वयं का होने से इनकार कर दिया और पत्नी से पीड़ित होने की बात कही। क्योंकि इंगेजमेंट हो चुकी थी और आरोपी पत्नी से तलाक लेकर जल्द उससे शादी करने का दावा कर रहा था।
लिहाजा पीड़िता ने उसकी बात पर भरोसा किया और आरोपी के पहले शादीशुदा होने की बात को नजरअंदाज कर दिया। अब आरोपी ने अचानक शादी करने की बात से साफ इनकार कर दिया। उससे हर तरह का संपर्क खत्म कर दिया। तब पीड़िता ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।

‘पीड़िता और आरोपी की मुलाकात पहली बार आर्मी एरिया में हुई थी’
महिला थाने की टीआई अंजना दुबे ने बताया कि पीड़िता और आरोपी वरुण प्रताप सिंह की मुलाकात आर्मी एरिया शाहजहांनाबाद में पहली बार हुई थी। पीड़िता आर्मी कैंटीन से कुछ सामान खरीदने परिचित के साथ गई थी। बाद में दोनों की फोन पर बात होने लगी। आरोपी ने पहली बार आर्मी एरिया में स्थित अपने बंगले पर पीड़िता के साथ बलात्कार किया।
आरोपी उसे शादी करने का भरोसा दिला चुका था। वह पहले से शादीशुदा था, इस बात की जानकारी उसने पीड़िता से छिपाई थी। जब फरियादी को इस बात का पता लगा तो उसने आरोपी से बात की। आरोपी ने अपनी पत्नी के चरित्र पर सवाल खड़े किए। यहां तक की उसने बच्चा भी स्वयं का होने से इनकार कर दिया।
महिला आरक्षक को भरोसा दिलाया कि पत्नी से जल्द तलाक लेने वाला है। पीड़िता के साथ उसने रिंग सेरेमनी भी की थी, इस कार्यक्रम में दोनों परिवारों के लोग शामिल हुए थे। इस बीच आरोपी का हल्दवानी ट्रांसफर हो गया। इसके बाद आरोपी का रवैया बदल गया। पीड़िता की ओर से पर्याप्त साक्ष्य सौंपे गए थे, जिसके आधार पर 27 मार्च को एफआईआर दर्ज की गई
एएससी बटालियन हल्द्वानी में पदस्थ है आरोपी
महिला थाने की टीआई अंजना दुबे ने बताया कि आरोपी वरुण प्रताप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बताया गया है और वर्तमान में एएससी बटालियन हल्द्वानी उत्तराखंड में पदस्थ है।