राष्ट्रपति का 50 मिनट का अभिभाषण, सेनाओं में सुधार का दावा, अग्निवीर का नाम नहीं
18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र के चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण हुआ। 50 मिनट के भाषण में राष्ट्रपति ने हर मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा- पेपर लीक करने वालों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने सेना को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारियां भी बताईं। नॉर्थ-ईस्ट में शांति के लिए सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया।
राष्ट्रपति ने कहा- अगले बजट सत्र में बड़े फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने आपातकाल को संविधान पर सीधा हमला बताया, यह भी कहा- देश ने इस हमले से उबरकर दिखाया।
उन्होंने महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों के बारे में बात की। राष्ट्रपति ने चुनाव आयोग की तारीफ की, वहीं GST भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए मील का पत्थर बताया।
आने वाला दौर भारत का
राष्ट्रपति बोलीं- इस संकल्प की सिद्धि में अवरोध न हो ये हम सभी का दायित्व और कर्तव्य है। जब संसद सुचारू चलती है, स्वस्थ्य चर्चा होती है। लोगों का विश्वास पूरी व्यवस्था पर बढ़ता है। जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा तो इसमें आपकी भी सहभागिता होगी। आने वाला दौर भारत का है, सदी भारत की है, इसका असर हजार साल तक रहेगा।