फार्मेसी के छात्रों का नहीं हो रहा पंजीयन , एबीवीपी ने डिप्टी सीएम और फार्मेसी के अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
भोपाल।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने मध्य प्रदेश फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष के माध्यम से डिप्टी सीएम और फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI) के अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मध्य प्रदेश फार्मेसी काउंसिल में पिछले 6 महीनों से रुकी हुई पंजीयन प्रक्रिया को तत्काल शुरू करने की मांग की गई है।
मध्य प्रदेश फार्मेसी काउंसिल में पंजीयन प्रक्रिया पिछले 6 महीनों से बंद है। इसके चलते हजारों छात्र सरकारी भर्तियों और व्यावसायिक अवसरों से वंचित हो रहे हैं। पंजीयन न होने के कारण छात्रों का भविष्य असुरक्षित हो गया है।
एबीवीपी ने मांग की है कि लंबित पंजीयनों को तुरंत शुरू कर, सभी छात्रों को अगले एक महीने के भीतर पंजीयन प्रदान किया जाए।नए पंजीयन के लिए एक विशेष शिविर का आयोजन किया जाए, ताकि सभी छात्र उसमें भाग ले सकें। मध्य प्रदेश स्टेट फार्मेसी काउंसिल की ओर से अधिसूचना जारी की जाए, जिसमें पंजीयन प्रक्रिया के संबंध में स्पष्ट और संतोषजनक जानकारी प्रदान की जाए एवं पहले से आवेदन कर चुके छात्रों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए।
फार्माविज़न राष्ट्रीय संयोजक अनिकेत शेलके ने कहा कि
“इस मामले पर PCI और मध्य प्रदेश सरकार को तत्काल ध्यान देकर छात्रों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। पंजीयन प्रक्रिया शुरू न होने के कारण छात्रों के व्यावसायिक और सरकारी अवसर प्रभावित हो रहे हैं।”
एबीवीपी भोपाल महानगर मंत्री शिवम् जाट ने कहा कि
“पिछले 6 महीने से फार्मेसी काउंसिल का काम पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। न तो नए पंजीयन हो रहे हैं और न ही पुराने पंजीयन का नवीनीकरण हो रहा है। इससे हजारों छात्र सरकारी अस्पतालों की फार्मासिस्ट भर्ती में भाग नहीं ले पा रहे हैं। यदि काउंसिल जल्द ही अनियमितताओं का समाधान नहीं करती है, तो एबीवीपी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।”
एबीवीपी ने ज्ञापन के माध्यम से स्पष्ट किया है कि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए पंजीयन प्रक्रिया को तुरंत शुरू करना आवश्यक है। संगठन ने सरकार और संबंधित अधिकारियों से तत्काल कदम उठाने की मांग की है।